कोरोना ने बिगाड़ी इन व्यापारियों और बागवानों की हालत

Thursday, Apr 02, 2020 - 03:50 PM (IST)

इंदौरा (आशीष शर्मा) : कोरोना वायरस के कारण प्रदेश में लागू लाकडाउन के कारण व्यापारी और बागवानों की हालत खराब होने लगी है। लुगाठ की फसल पंजाब की मंडियों में न पहुंचने से इंदौरा विस् क्षेत्र के लुगाठ व्यापारी व बागवान कर्जे तले दबने लगे हैं। कोरोना की मार से जूझ रहे इंदौरा के बागवानों ने पंजाब केसरी के माध्यम से प्रदेश मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर से की सहायता की मांग कर रहे हैं।

जहां कोरोना महामारी की मार से देश का प्रत्येक वर्ग प्रभावित है ऐसे में किसानों व बागवानों पर भी आफत आन पड़ी है। इसी कड़ी में हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा का इंदौरा विस् क्षेत्र जो कि लुगाठ के फलों की फसल के लिए खास मशहूर है। अब लुगाठ के फलों की फसल को अन्य राज्यों की मंडी में भेजे जाने की व्यापारियों व बागवानों को अनुमति न मिलने से यहां के व्यापारियों व बागवानों की चिंता बढ़ गई है, क्योंकि इन्होंने इसके लिये लाखों का कर्ज बैंकों अन्य स्थानों व बाहरी राज्यों की मंडीयों के व्यापारियों से ले रखा है। वर्तमान में महामारी की समस्या के चलते इन्हें अब तक सरकार द्वारा मात्र हिमाचल की मंडीयों में ही बेचने की अनुमति मिल पाई है। इस बारे क्षेत्र के मशहूर व्यापारी वीरेंद्र सिंह, रविन्द्र सिंह, तरवीज सिंह, सचिन धीमान, राहुल धीमान, सूरज कटोच, टिंकू कटोच, साहिल धीमान व विजय शर्मा आदी ने बताया कि पंजाब की मंडियों में जो पांच छः किलोग्राम पैकिंग की लुगाठ फल का डिब्बा 200 रुपये तक बिक जाता है। उसकी हिमाचल की मंडियों में माँग ही नहीं है तो ऐसे में प्रदेश मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर से उन्हें इस फसल को  नियमबद्ध होकर बाहरी राज्यों में भी भेजे जाने के अनुमति मांगी है। जहां इस फसल की अब भी भरपूर मांग है क्या प्रदेश सरकार कोरोना महामारी के बीच इंदौरा के इन बागवानों की कोई सहायता करेगी ?
 

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prashant sharma