बारालाचा दर्रे के सुधरे हालात, सेना की रसद लेकर लेह रवाना हुआ ट्रकों का काफिला

Saturday, May 15, 2021 - 08:53 PM (IST)

मनाली (ब्यूरो): बर्फ से लदे बारालाचा दर्रे की हालत सुधरते ही सेना ने भी पठानकोट से मनाली होते हुए लेह की राह पकड़ ली है। शनिवार को दर्जनों सेना के वाहन रसद लेकर लाहौल के जिस्पा दारचा पहुंचे। सेना का यह काफिला 16 हजार फुट से अधिक ऊंचे बारालाचा दर्रे को पार कर सीमावर्ती क्षेत्र लेह पहुंचेगा। सेना की आवाजाही को देखते हुए लाहौल-स्पीति पुलिस सहित बीआरओ भी सतर्क हो गया है। बारालाचा दर्रे में सेना के वाहनों की आवाजाही को सुचारू रखने के लिए बीआरओ ने पहले ही जिंगजिंगबार व सरचू में अस्थाई कैंप स्थापित कर लिए हैं। हालांकि लेह-लद्दाख, श्रीनगर होते हुए जम्मू से जुड़ गया है लेकिन उस मार्ग की अपेक्षा मनाली-बारलाचा-लेह मार्ग अधिक सुरक्षित व सुगम है। बारलाचा दर्रे के बहाल होते व ट्रैफिक सुचारू होते ही सेना ने भी लेह-लद्दाख के सीमावर्ती क्षेत्रों में रसद पहुंचाना शुरू कर दिया है।

दूसरी ओर बीआरओ शिंकुला दर्रे की बहाली में भी जुट गया है। इस दर्रे के बहाल होते ही मनाली से वाया जांस्कर कारगिल तक पहुंचना आसान हो जाएगा। सेना की रसद के साथ-साथ पैट्रोल, डीजल व खाद्य सामग्री को लेकर भी हर रोज दर्जनों ट्रक दारचा की ओर से बारलाचा होते हुए लेह रवाना हो रहे हैं। बीआरओ कमांडर कर्नल उमा शंकर ने बताया कि मनाली-लेह मार्ग पर वाहनों की आवाजाही सुचारू रखने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। एसपी लाहौल-स्पीति मानव वर्मा ने बताया कि दारचा से सरचू तक पुलिस नजर रखे हुए है। बारलाचा में ट्रैफिक जाम न लगे, इसके लिए दर्रे के दोनों ओर से तालमेल बनाकर वाहनों को भेजा जा रहा है।

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Vijay