ठेकेदारों ने हड़पे लाखों, किसानों के खेत तक नहीं पहुंचा पानी

Wednesday, Jan 03, 2018 - 05:18 PM (IST)

नाहन (सतीश): रेणुका क्षेत्र के पालर में एक सिंचाई योजना के निर्माण में लाखों रुपये का घोटाला सामने आया है. रेणुका में करोड़ों की सिंचाई योजना विभागीय लापरवाही और ठेकेदार की मनमानी की भेंट चढ़ रही है। साल 1997 में दरअसल लाना पालर पंचायत के लिए उठाऊ सिंचाई योजना का शिलान्यास हुआ था, तो लोगों को उम्मीद थी कि सैकड़ों हेक्टयर जमीन को पानी मिलेगा और खेतों की उपज बढ़ेगी। करीब 9 साल बाद 2005 में जाकर योजना का काम शुरू हुआ. मगर आज 20 साल बीत जाने के बाद भी यहां पानी नहीं पहुंच पाया है। बताया जा रहा है कि जैसे-जैसे सरकार बदलती गई, यहां ठेकदार भी बदलते गए। कई ठेकेदार आए और गए मगर योजना सिर नहीं चढ़ पाई। आज हालत ये हैं कि यहां कई हेक्टेयर भूमि बंजर हो चुकी हैं. जिसका सीधा खामियाजा यहां के गरीब जनता को भुगतना पड़ रहा है।


 
इस योजना पर अभी तक करीब 1 करोड़ की राशि खर्च हो चुकी है

सिंचाई योजना के निर्माण कार्य में भी घटिया किस्म के मेटेरियल का इस्तेमाल किया गया है. सिंचाई योजना में इस्तेमाल सिंचाई पाईपों का आकार भी ठेकेदार ने अपनी मर्जी के मुताबिक घटा और बढ़ा दिया है. क्योंकि ठेकेदार हमेशा सतासीन पार्टी से जुड़े होते थे, तो विभाग ने भी उनसे टकराना ठीक नहीं समझा और ये योजना राजनीति की शिकार होती गई। जिस समय इस योजना का शिलान्यास हुआ था, उस समय इस योजना की लागत करीब 40 लाख बतायी जा रही थी, मगर आरटीआई से चौंकाने वाले खुलासे हुए है कि इस योजना पर अभी तक करीब 1 करोड़ की राशि खर्च हो चुकी है। ऐसे में यहां आईपीएच महकमे की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में है, फिलहाल विभाग के अधिकारी मामले में खुलकर बोलने को तैयार नहीं हैं, जिससे मामला और भी गंभीर हो जाता है।