ठेकेदारों में कैपेसिटी न होने से सिरे नहीं चढ़ रहे प्रोजैक्ट

Sunday, Nov 04, 2018 - 11:12 AM (IST)

शिमला (देवेंद्र हेटा): हिमाचल के मुख्य सचिव बी.के. अग्रवाल ने ठेकेदारों में कैपेसिटी बिल्डिंग करने के निर्देश दिए हैं। लोक निर्माण विभाग के बड़े-बड़े प्रोजैक्ट को लेकर शनिवार को आयोजित समीक्षा बैठक में यह बात निकल कर सामने आई है कि हिमाचल को बीते कुछ सालों से बड़े प्रोजैक्ट तो जरूर मिले हैं, लेकिन इन्हें सिरे चढ़ाने के लिए कुशल ठेकेदार हिमाचल में नहीं हैं। इसे देखते हुए मुख्य सचिव ने ठेकेदारों को विशेष प्रशिक्षण देकर उनमें क्षमता निर्माण करने की हिदायत दी है।

इस दौरान अधिकारियों ने बताया कि बड़े-बड़े सड़क एवं बिल्डिंग प्रोजैक्ट को पूरा करने के लिए यहां माइनिंग कम होने से रेत, बजरी, पत्थर इत्यादि निर्माण सामग्री की कमी है। इस वजह से भी बहुत से प्रोजैक्ट तय समय में पूरे नहीं हो पा रहे हैं। मुख्य सचिव ने सभी प्रोजैक्ट के निर्माण कार्य में तेजी लाने और इन्हें समयबद्ध पूरा करने को कहा है, क्योंकि बहुत से प्रोजैक्ट विभाग व ठेकेदारों की लेटलतीफीके कारण कई-कई सालों के बाद भी पूरे नहीं हो पाए हैं। ठियोग-हाटकोटी सड़क भी इसी का एक नमूना है। 

कंसल्टैंट को भी नहीं मिल पाईं हिमाचली फर्में
केंद्र ने बीते साढ़े 4 साल के दौरान हिमाचल को 69 एन.एच. अधिसूचित किए हैं। इसके बाद पी.डब्ल्यू.डी. ने कंसल्टैंट की तैनाती को बार-बार निविदाएं आमंत्रित कीं, लेकिन कई-कई बार टैंडर करने पर भी कोई फर्म आगे नहीं आई। बाद में जब कंसल्टैंट के लिए दोबारा आवेदन मांगे गए तो एन.एच. कंसल्टैंट के लिए 90 फीसदी फर्में हिमाचल से बाहर की आगे आईं। इसे देखते हुए मुख्य सचिव ने कैपेसिटी बिल्डिंग को कहा है।

Ekta