सवालों के दायरे में घिरा पटवार खाना ढलोग का निर्माण कार्य

Wednesday, Oct 16, 2019 - 01:32 PM (IST)

बनीखेत (दर्शन): ग्राम पंचायत ढलोग में जो पटवार खाना बनाया गया था वह 25 से 30 साल पुराना बना हुआ था जोकि गांव लाहड में बना था वह भारी बारिश होने की वजह से जमीन धंसने के चलते क्षतिग्रस्त हो गया था। उसके बदले जब नए स्तर से पटवार खाने का निर्माण किया जा रहा है। निश्चित तौर से यह कार्य बेहद जरूरी था क्योंकि इस कार्य के चलते लोगों के साथ-साथ यहां तैनात पटवारी को भी सुरक्षित भवन की सुविधा हासिल हो जाएगी लेकिन इसको जिस ढंग से अंजाम दिया जा रहा है उसके चलते विभाग सवालों के घेरे में घिर गया है।

 सूचना के अनुसार इस नए पटवार खाने के निर्माण हेतु प्रशासन ने 12 लाख रुपए की राशि जारी की है। इस राशि के बावजूद इस नए पटवारखाने के निर्माण कार्य को अंजाम देने के लिए पुराने पटवार खाने में लगी ईंटों के साथ-साथ दरवाजे व खिड़कियों का प्रयोग किया जा रहा है, ऐसे में सवाल यह पैदा होता है कि क्या सरकारी कागजों में इस प्रकार की व्यवस्था को शामिल किया गया है। 

बताया जाता है कि ऐसी किसी भी व्यवस्था की अधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की गई है। तो फिर सवाल यह पैदा होता है तो फिर किसके कहने पर और किस आधार पर पुराने मैटीरियल का प्रयोग किया जा रहा है। नि:सन्देह जो भी इस पटवार घर के निर्माण कार्य को अंजाम दे रहा है उसे इन तमाम बातों को जवाब देना चाहिए तो साथ ही जिला प्रशासन व संबंधित विभाग को इस बारे में जानकारी प्राप्त करनी चाहिए। 

चिंता की बात यह भी है कि जब इस भवन का निर्माण सिंगल ईंटों से किया जा रहा है तो फिर इसके पीछे किसी मौजूद भू-स्खलन भाग पर ब्रैस्ट वॉल क्यों नहीं लगाई गई है। इस स्थिति में फिर से यह नया पटवारखाना भी भू-स्खलन की जद्द में आ सकता है। लोगों का कहना है कि प्रशासन को इस बात का जरूर पता करना चाहिए कि पुराने भवन का प्रयोग करने का मुख्य उद्देश्य क्या है।  
 

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Simpy Khanna