कांग्रेस सेवा दल के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष ने सुक्खू पर साधा निशाना, दिया बड़ा बयान

Sunday, Mar 11, 2018 - 11:43 AM (IST)

कुल्लू: कांग्रेस सेवा दल के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष एवं जय हिमाचल वीर कल्याण समिति के प्रदेशाध्यक्ष बलदेव सिंह ठाकुर ने पत्रकारवार्ता में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश में कांग्रेस पार्टी को जिंदा रखना है तो हाईकमान उनको प्रदेशाध्यक्ष पद से निष्कासित करें। क्योंकि विधानसभा चुनावों की हार के लिए सिर्फ वही जिम्मेदार हैं। सुक्खू पार्टी को कमजोर करने में लगे हुए हैं। हर रोज पार्टी में नई नियुक्तियां दी जाती हैं परन्तु जमीनी स्तर पर कई नहीं मिली हैं जो पार्टी के लिए कई वर्षों से कार्य कर रहे हैं। उन्हें निष्कासित किया जा रहा है, जिससे पार्टी के कर्मठ कार्यकर्ताओं को बाहर किया जा रहा है। 


उन्होंने कहा कि कांग्रेस में गुटबाजी का श्रेय सुक्खू को जाता है। एन.एस.यू.आई. के अध्यक्ष पद पर रहते उन्होंने वीरभद्र सिंह और पंडित सुखराम के बीच दूरियां बनाई। उसके बाद युवा कांग्रेस के अध्यक्ष रहते विद्या स्टोक्स और वीरभद्र के बीच मतभेद बनाए और विकल्प ठाकुर, कौल सिंह ठाकुर के बीच मतभेद पैदाकर दूरियां पैदा की। उसके बाद पार्टी प्रदेशाध्यक्ष के बनने के बाद कांग्रेस को बांट दिया। उन्होंने कहा कि संगठन की नाकामियों के कारण कांग्रेस सरकार की उपलब्धियों को आम जनता तक नहीं पहुंचा पाई जिससे प्रदेश में कांग्रेस पार्टी 21 सीटों में सिमट गई। 


उन्होंने कहा कि बड़े दुख से कहना पड़ रहा है कि पूर्व सरकार के मंत्री और वीरभद्र सिंह को कमजोर करने में लगे रहे जिससे प्रदेश में कांग्रेस पार्टी हारी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता आज भी वीरभद्र को अपना मसीहा मानती है और जिन लोगों को पार्टी से निष्कासित किया है वे वीरभद्र के समर्थक हैं जिससे सुक्खू पार्टी में एक छत्र राज करने के लिए अपने लोगों को संगठन में नियुक्तियां कर रहे हैं और इनका बी.जे.पी. के नेता के साथ गहरा संबंध है। 


निष्कासित नेताओं को नहीं लिया वापस तो बनेगा तीसरा मोर्चा 
ठाकुर ने कहा कि मई माह तक पार्टी से निष्कासित किए हुए कार्यकर्ताओं व नेताओं को वापस नहीं लिया तो प्रदेश में तीसरे मोर्चा का गठन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति एक पद का सिद्धांत लागू है जिससे सुक्खू को पदभार मुक्त करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी में आज टिकट मांगना गुनाह हो गया है जिससे विभाजन और सांप्रदायिक ताकतों का मुकाबला करने वालों को पार्टी से निष्कासित किया जा रहा है और एन.एस.यू.आई. के अध्यक्ष कर्ण शर्मा को भी किसी षड्यंत्र के तहत हटाया गया है।


कहां है टिकटार्थियों से लिया फंड 
बलदेव ने सुक्खू के कांग्रेस का खजाना खाली के बयान पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि विधानसभा चुनावों में 25 हजार रुपए टिकटार्थियों से पार्टी फंड लिया था वह कहां है और दिल्ली से जो चुनावों में प्रत्याशियों के लिए पार्टी ने फंड भेजा वह कहा खर्च किया अध्यक्ष इसका जवाब दें। उन्होंने मंडी में हुए कांग्रेस अधिवेशन पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि सुक्खू को अधिवेशन केशब्द का ज्ञान नहीं है। अधिवेशन चंद लोगों की बैठक नहीं होती, जिसमें 100 लोग भाग लेते हैं। उन्होंने कहा कि अधिवेशन में हजारों कांग्रेस कार्यकर्ता और नेताओं का मंच होता है जिसका अध्यक्ष को ज्ञान होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मंडी में प्रदेशाध्यक्ष ने अपने समर्थकों को बुलाकर बैठक की है, जो कि सुक्खू के इशारे पर नाचने वाले लोग हैं, जिससे उस अधिवेशन का कोई मतलब नहीं है।