कांग्रेस के छूटे पसीने, एक-एक सीट पर 40-40 उम्मीदवार

Thursday, Aug 31, 2017 - 12:15 PM (IST)

शिमला: सत्ता और संगठन में मचे घमासान के बीच विधानसभा चुनाव को लेकर सशक्त उम्मीदवारों की सूची तैयार करने में जिला और ब्लाक कांग्रेस कमेटियां उलझ गई हैं। सूत्रों के अनुसार कुछ विधानसभा क्षेत्रों से 30 से 40 लोगों के नाम सूची में शामिल कर दिए गए हैं, जिससे पार्टी भी हैरत में पड़ गई है। ऐसे में पार्टी ने नए सिरे से सभी जिलाध्यक्षों को दिशा-निर्देश जारी किए। इसके तहत सभी जिलाध्यक्षों को स्पष्ट किया है कि वे सभी ब्लाक अध्यक्षों के सहयोग से विस्तृत सर्वे के बाद केवल ऐसे ही चेहरों के नाम भेजें, जो जीत का माद्दा रखते हों, जनता में जिनकी अच्छी पैठ हो, संगठन के प्रति निष्ठावान हों तथा स्वच्छ छवि वाले हों। इसके साथ ही पार्टी ने लंबी-लंबी सूचियों को भी शॉर्ट लिस्ट करने को कहा है। 


कांग्रेस सशक्त उम्मीदवारों की सूचियां तैयार कर फंसना नहीं चाहती 
ऐसे में पार्टी एक बार फिर सशक्त उम्मीदवारों की सूचियां भेजने के लिए समयावधि बढ़ा सकती है, ताकि जिला स्तर से सही रिपोर्ट प्राप्त हो सके। सूत्रों के अनुसार कुछ जिला और ब्लाक कांग्रेस कमेटियां सशक्त उम्मीदवारों की सूचियां तैयार करने को लेकर किसी तरह के विवाद में नहीं फंसना चाहती हैं। इसी का परिणाम है कि उनके द्वारा लंबी-लंबी सूचियां भेज दी गई हैं। सूचना यह भी है कि कुछ ब्लाक कमेटियों ने अपने-अपने विस क्षेत्र से जुड़ी रिपोर्ट सीधे पार्टी मुख्यालय को प्रेषित की है और उसको लेकर जिला कमेटियों को विश्वास में नहीं लिया गया है। ऐसे में पार्टी ने संबंधित ब्लाक कमेटियों को भी जिला कमेटियों के माध्यम से रिपोर्ट भेजने को कहा है। प्रदेश कांग्रेस अपने स्तर पर भी सशक्त उम्मीदवारों की सूची तैयार कर रही है। सभी जिलों से मिलने वाली रिपोर्ट के बाद दोनों सूचियां का आकलन कर एक पैनल तैयार किया जाएगा और उसके बाद सभी की सहमति से टिकट आबंटित किए जाएंगे।  


पहले 20 फिर 31 अगस्त
हिमाचल कांग्रेस के प्रभारी सुशील कुमार शिंदे के निर्देशों पर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सभी जिलाध्यक्षों को ब्लाक कमेटियों के साथ तालमेल स्थापित कर सशक्त उम्मीदवारों की सूची 31 अगस्त तक भेजने के निर्देश दिए हैं। पहले ये सूचियां 20 अगस्त तक भेजने को कहा गया था, लेकिन किसी भी जिला से कोई सूची नहीं मिली। ऐसे में समयावधि को बढ़ाना पड़ा। कांग्रेस के कुछ नेता ऐसे भी हैं, जिन्होंने सादे कागज पर ही पार्टी टिकट के लिए आवेदन कर डाला है। ऐसे में पार्टी ने संबंधित टिकट चाहवानों को ब्लाक और जिला कमेटियों से संपर्क करने को कहा है, ताकि बाद में किसी तरह का कोई विवाद न हो। 


इस बार नहीं चलेगा कोटा सिस्टम
सूत्रों की मानें तो कांग्रेस में टिकट आबंटन को लेकर अब कोटा सिस्टम भी नहीं चलेगा। युवा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष विक्रमादित्य सिंह भी कोटा सिस्टम के आधार पर टिकट आबंटित न किए जाने की पैरवी हाईकमान से कर चुके हैं। इसके साथ ही हिमाचल कांग्रेस के नए प्रभारी सुशील कुमार शिंदे भी इस तरह के संकेत दे चुके हैं। ऐसे में पार्टी के अग्रणी संगठनों और प्रकोष्ठों से भी उन्हीं चेहरों को टिकट मिलेगा, जो जीत को माद्दा रखते हों। देखा जाए तो युवा कांग्रेस, इंटक और सेवादल से कई चेहरे इस बार टिकट की दौड़ में शामिल हैं। प्रदेश कांग्रेस के महासचिव हरभजन सिंह भज्जी ने बताया कि जिलाध्यक्षों से सशक्त उम्मीदवारों की सूचियां मांगी गई हैं। उन्होंने बताया कि एक-दो दिन में पूरी स्थिति स्पष्ट हो जाएगी कि किस-किस विस क्षेत्र से कितने-कितने उम्मीदवारों के नाम भेजे गए हैं। उन्होंने माना कि कुछ लोगों ने सीधे ही टिकट के लिए आवेदन किया है, ऐसे में उन्हें पार्टी की प्रोसैस से अवगत करवा दिया गया है।