कांग्रेस विधायकों ने घेरी सरकार, कहा-हिमाचल के पहले युवा CM नहीं हैं जयराम ठाकुर

Friday, Jan 12, 2018 - 06:40 PM (IST)

धर्मशाला: कांग्रेस विधायक रामलाल ठाकुर और आशा कुमारी ने चर्चा में हिस्सा लेते हुए  सरकार पर जमकर प्रहार किए। विधायक रामलाल ठाकुर ने कहा कि सृष्टि की संरचना सरकार ने ही की है। ऐसा प्रचार करने से परहेज किया जाना चाहिए। सदन में जारी चर्चा में हिस्सा लेते हुए उन्होंने कहा कि पूर्व कांग्रेस सरकारों के योगदान की भी चर्चा होनी चाहिए। प्रदेश जब बना था तो यहां न सड़कें थीं और न पानी था। कांग्रेस सरकारों की वजह से ही यहां तरक्की संभव हो पाई है। नेहरू और इंदिरा ने ही हिमाचल को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाया था जबकि भाजपा के नेता स्टेट हुड को मारो ठुड के नारे देते थे। 

मुख्यमंत्री के बिलासपुर दौरे पर उठाए सवाल
उन्होंने अवैध वन कटान का मामला भी उठाते हुए कहा कि युगलबंदी में पेड़ कटते रहे हैं। चाहे सरकार की हो या दूसरी। बिलासपुर में पशु पालन विभाग के संस्थान में हरे पेड़ कट गए लेकिन छोटे लोगों को पकड़ लिया गया। कहां गई सरकार की जीरो टॉलरैंस की नीति। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के बिलासपुर दौरे के दौरान कार्यक्रम तो भाजपा का था लेकिन इसमें बड़े स्तर पर सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को बुलाया गया। सभी विभागों ने तोरणद्वार लगाए थे। इस सरकारी कार्यक्रम में भाजपा मंडलों के ही लोग थे।

वर्ष 2012 में सी.एम. रिलीफ फंड में थे डेढ़ लाख रुपए 
रामलाल ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री सी.एम. रिलीफ फंड के बारे में गलत आंकड़े दे रहे हैं जबकि अभी भी सी.एम. रिलीफ फंड में 20 लाख की एफ.डी.आर. है जबकि 76 लाख की राशि मौजूद है। उन्होंने कहा कि जब भाजपा सरकार ने 2012 में सत्ता छोड़ी थी तो उस समय डेढ़ लाख रुपए ही इस फंड में रह गए थे। कांग्रेस विधायक ने कहा कि अति उत्साह में सरकार गलत आंकड़े प्रस्तुत कर रही है। रामलाल ठाकुर ने कई अन्य मामलों को भी प्रमुखता से सदन में उठाया और राज्यपाल के अभिभाषण प्रस्ताव पर अपनी असहमति जताई। 

जयराम से पहले भी कम आयु के बनते आएं हैं सी.एम.                                                                                                                
कांग्रेस विधायक आशा कुमारी ने भी सरकार पर जमकर तंज कसे। उन्होंने कहा कि यह कहना कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पहले युवा सी.एम. हैं, सही नहीं है। डा. वाई.एस. परमार प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री थे तब उनकी आयु 45 वर्ष थी। शांता कुमार 42 वर्ष, ठाकुर रामलाल 48 वर्ष, वीरभद्र सिंह 49 वर्ष में तो धूमल 53 वर्ष की आयु में सी.एम. बने थे। जयराम ठाकुर की आयु 53 वर्ष है, ऐसे में यह प्रचार सही नहीं है।

राज्यपाल के अभिभाषण में कई गलतियां
उन्होंने कहा कि मंत्री अपने विभागों पर बोलते हैं परंतु इस बार मंत्री एक-दूसरे के विभागों में हस्तक्षेप कर रहे हैं। सी.एम. रिलीफ फंड पर भी सरकार के आंकड़े सही नहीं है। जरूरत पड़ी तो कांग्रेस आर.टी.आई. के जरिये आंकड़े हासिल करेगी। उन्होंने सदन में बेहतर चर्चा के लिए विधायक बलवीर सिंह, राजेश जसवाल तथा कुछ अन्य सदस्यों की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि सरकार जश्न में है और अधिकारी राज्यपाल के अभिभाषण को तैयार करनेे में कई गलतियां कर गए हैं। अभिभाषण में अंग्रेजी अनुवाद करते समय कई खामियां देखी गई हैं। शायद 10वीं कक्षा का छात्र भी ऐसा अंग्रेजी अनुवाद न करे। 

पूर्व सरकार की योजनाओं को बदला तो होगा विरोध
आशा कुमारी ने सरकार पर अपना स्टैंड बदलने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पहले भाजपा मनरेगा, आधार योजना, एफ.डी.आई. का विरोध करती थी लेकिन बाद में इन्हीं योजनाओं को भाजपा ने सरकार आने पर अपनाकर इसे प्रशंसनीय भी करार दिया है। उन्होंने कहा कि क्या पता कल को सरकार का स्टैंड बदल जाए और उनकी पूर्व सरकार की योजनाओं को ही वह अपनाने लगे। उन्होंने कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण में एस.सी./एस.टी. व ओ.बी.सी. श्रेणियों का कोई जिक्र नहीं है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि उनकी सरकार के समय की योजनाओं को बदला गया या तोड़-मरोड़ कर पेश करने का प्रयास किया तो कांग्रेस इस पर अपना विरोध जताएगी।