सुजानपुर के विकास कार्यों के लिए 13 लाख 50 हजार रुपए की राशि का बजट जारी:राणा

punjabkesari.in Friday, Mar 20, 2020 - 04:51 PM (IST)

सुजानपुर: सुजानपुर के वरिष्ठ कांग्रेस विधायक राजेंद्र राणा ने विभिन्न विकास कार्यों के लिए 12 लाख 75 हजार रुपए की राशि जारी की है। विकास कार्यों के लिए जारी की गई राशि में ग्राम पंचायत पटनौण में सराय भवन के निर्माण के लिए 2 लाख रुपए व पक्के रास्ते के निर्माण के लिए 30 हजार रुपए, ग्राम पंचायत सपाहल में दो रास्तों के निर्माण के लिए अलग-अलग 60-60 हजार रुपए, ग्राम पंचायत बजरोल में रास्त निर्माण के लिए 40 हजार रुपए व बजरोल से चमारड़ा लिंक रोड़ के लिए 2 लाख रुपए, पौंहच ग्राम पंचायत के स्वाना गांव में सराय भवन निर्माण के लिए 1 लाख 50 हजार रुपए, ग्राम पंचायत टिब्बी में लिंक रोड के लिए 2 लाख 72 हजार रुपए के अलावा 5 महिला मंडलों को फर्नीचर व बर्तनों के लिए 50 हजार रुपए, 10 सोलर लाइटों के लिए 1 लाख 82 हजार रुपए स्वीकृत किए हैं।

उन्होंने बताया कि सुजानपुर का हर छोटा बड़ा विकास उनकी प्राथमिकता में शुमार है लेकिन व्यक्तिगत एजेंडे पर सुजानपुर को हांकने की जिद्द पाले हुए कुछ भाजपा नेताओं के दबाव के कारण सुजानपुर में स्वीकृत की गई धन राशि का प्रयोग विकास कार्यों के लिए नहीं किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कमोवेश जहां-जहां प्रदेश में कांग्रेस विधायक हैं वहां-वहां सत्ता से बाहर बैठे लोग निरंतर विकास प्रक्रिया को प्रभावित कर रहे हैं। उन्होंने जयराम सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि सरकार से ज्यादा विकास कार्यों को प्रभावित करने के लिए प्रभावी सत्ता से बाहर बैठे लोग हो रहे हैं यह हैरानी का विषय है। जबकि ढीली प्रशासनिक पकड़ के कारण जयराम सरकार स्वीकृत धनराशि का विकास कार्यों के लिए प्रयोग करवाने में असफल साबित हो रही है।

उन्होंने कहा कि तबादलों का खौफ दिखाकर सत्ता से बाहर बैठे लोग अफसरशाही पर हावी हैं। ऐसी हालत अकेले सुजानपुर में ही नहीं है प्रदेश में जहां-जहां से भी जीत कर कांग्रेस के विधायक विधानसभा में आए हैं वहां-वहां अफसरशाही पर सत्ता से बाहर बैठे नेता हावी हैं। जिस कारण से विकास कार्यों के लिए स्वीकृत राशि का प्रयोग नहीं हो पा रहा है। यह बिडंबना ही है कि विकास कार्यों के लिए बजट जारी होने के बावजूद आम आदमी के विकास को रोकने का ऐसे नेता प्रयास कर रहे हैं। जिन्हें विगत विधानसभा चुनावों में जनता ने उनकी इन्हीं आदतों के कारण घर बैठाया है। हमीरपुर के तीन विधानसभा क्षेत्र भी सियासी नेताओं के इस बदले की भावना का लगातार शिकार हो रहे हैं। राणा ने कहा कि नेता पक्ष में हो या प्रतिपक्ष में जनता की विकास की अपेक्षाओं व आकांक्षओं से खिलवाड़ करना एक तरह का राजनीतिक द्रोह है। जिसका खामियाजा आने वाले समय में अंतत सत्तासीन सरकार को ही भुगतना पड़ेगा।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

kirti

Recommended News

Related News