सरकार हर मोर्चे पर फेल, गलत फैसलों को लेकर विधानसभा में उठेगी आवाज : राणा

Monday, Feb 24, 2020 - 04:01 PM (IST)

हमीरपुर: विधानसभा सत्र में भाग लेने पहुंचे कांग्रेस विधायक राजेंद्र राणा ने विधायक दल की बैठक में जाने से पहले जारी प्रैस बयान में कहा है कि कांग्रेस को प्रदेश से मिले जनादेश के मुताबिक सजग, सशक्त विपक्ष के प्रहरी की भुमिका तय हुई है। जिसको लेकर प्रदेश के हितों की वकालत कांग्रेस पार्टी विधानसभा सदन के भीतर और बाहर मजबूती से करने में लगी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के हितों को लेकर समूची कांग्रेस पार्टी के विधायक एकजुट हैं और बीजेपी सरकार के गलत फैसलों के खिलाफ विधानसभा में पुरजोर आवाज उठाई जाएगी। उन्होंने कहा कि बीजेपी की सत्ता का आधा कार्यकाल पूरा हो चुका है लेकिन कई धड़ों व धु्रवों में बंटी बीजेपी अभी तक या तो अपनी रस्सा-कस्सी में लगी है या फिर इन्वेस्टर मीट के नाम पर प्रदेश की जनता को गुमराह करने में लगी है।

उन्होंने कहा कि हर मोर्चे पर फेल सरकार ने इन्वेस्टर मीट के नाम पर टैक्स पेयर के धन की बर्बादी की है। प्रदेश में नई इंडस्ट्री आता तो दूर की बात पुरानी इंडस्ट्री भी एक-एक करके प्रदेश से पलायन करने लगी है। सरकारी जमीनों की बोलीयों के आरोपों से घिरी बीजेपी सरकार में अब यूनिवर्सिटीज की डिग्रीयां भी अब यहां बिकने लगी हैं। भ्रष्टाचार के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। सरकारी अमला मनमर्जी से प्रशासन को हांक रहा है। यहां तक की बीजेपी के कार्यकर्ता भी सरकार की इस प्रकार की कारगुजारी से हताश और निराश हो चुके हैं। कर्मचारी वर्ग अभी से अगले चुनाव में इनके होश ठिकाने लगाने की बातें करने लगा है। विधानसभा सत्र में सरकार का तीसरा सत्र शुरु हो रहा है लेकिन हैरानी यह है कि पहले विधानसभा सत्र में की गई घोषणाओं पर अभी तक काम ही शुरु नहीं हो पाया है।

बीजेपी के घोषणा पत्र जिसको दृष्टिपत्र का नाम दिया गया है। सत्ता काल का आधा कार्यकाल बीत जाने के बाद दृृष्टिहीन साबित हो रहा है। सरकारी दृष्टि अभी तक उस घोषणा पत्र पर जा ही नहीं सकी है। ऐसे में प्रदेश की जनता प्रचंड बहुमत से जीताने वाली बीजेपी सरकार से अब खुद को ठगा व छला महसूस कर रही है। राणा ने हमीरपुर के विकास को लेकर जोरदार प्रहार किया है। उन्होंने कहा है कि हमीरपुर को अपनी लाठी से हांकने वाले नेता याद करना चाहिए कि उन्हें किन कारणों से जनता ने घर बैठने का फरमान दिया है लेकिन अभी भी वह सरकार को व्यक्तिगत एजेंडे पर चलाने की जिद्द में हमीरपुर के विकास को रुकवाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। जनता विकास करवाने वालों के साथ जुड़ती है न कि विकास कार्यों को रुकवाने वालों के साथ? कोई भी राजनेता अपनी हार का बदला लोकतंत्र में जनहित के कार्यों को रोककर नहीं ले सकता है। यह राजनीति के खिलाफ शुरु की गई परंपरा है। जिसका खामियाजा ऐसा करने वाले जरुर भुगतेंगे। क्योंकि आज की दुनिया में जनता से कुछ भी छुपा रहना संभव नहीं है।

kirti