कांग्रेस नेता ने जड़ा आरोप, बोले-प्रोजैक्ट में पिछले दरवाजे से भर्तियां कर बागवानी मंत्री

Saturday, Aug 11, 2018 - 09:09 PM (IST)

शिमला: अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी सदस्य एवं हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व प्रवक्ता व महासचिव कुलदीप सिंह राठौर ने बागवानी मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर पर 1134 करोड़ रुपए के बागवानी प्रोजैक्ट में पिछले दरवाजे से भर्तियां करने का आरोप लगाया है। उन्होंने भर्ती प्रक्रिया में भाई-भतीजावाद बंद न होने की स्थिति में कांग्रेस पार्टी की तरफ से प्रदेशव्यापी आंदोलन करने की धमकी दी। उन्होंने पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए बागवानी प्रोजैक्ट में भी धांधली होने का संदेह जताया। उन्होंने बागवानी मंत्री पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्व में वह जिस विभाग के मंत्री रहे हैं, उस समय उनके विधानसभा क्षेत्र से सबसे अधिक युवा चयनित किए जाते रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले दरवाजे से भर्तियां होने से प्रदेश के पढ़े-लिखे बेरोजगार युवाओं के साथ धोखा है। इसे कांग्रेस पार्टी किसी भी स्थिति में सहन नहीं करेगी। प्रोजैक्ट में उनकी ही नियुक्ति होनी चाहिए जो उसके लिए योग्य एवं सक्षम हो।

सेब उत्पादकों के साथ अन्याय कर रही सरकार
उन्होंने प्रदेश सरकार पर सेब उत्पादकों के साथ अन्याय करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सेब सीजन शुरू हो चुका है लेकिन मुख्य मार्गों सहित संपर्क सड़कों की हालत खराब है। उन्होंने मुख्यमंत्री पर भी सेब उत्पादकों के हितों से अनदेखी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सेब सीजन शुरू होने से पहले सड़कों की मुरम्मत नहीं की गई। उन्होंने कहा कि बागवान जब जिला प्रशासन के समक्ष मामला उठाते हैं तो इसे गंभीरता से नहीं लिया जाता। उन्होंने आरोप लगाया कि सेब की कम पैदावार होने की अटकलों के बीच कारोबारियों ने विदेशी सेब का भंडारण किया गया, जिसे इन दिनों बेचा जा रहा है। सेब के इस भंडारण के कारण प्रदेश के बागवानों को अ'छे दाम नहीं मिल रहे हैं।

ट्रकों की हड़ताल के दौरान सड़ गया सेब
उन्होंने आरोप लगाया कि ट्रकों की हड़ताल के दौरान राज्य सरकार की तरफ से गंभीरता न दिखाए जाने के कारण सेब ट्रकों में सड़ गया। उन्होंने कहा कि जी.एस.टी. की मार से बागवान पहले ही परेशान हैं और इसके विपरीत समर्थन मूल्य में महज 50 पैसे की बढ़ौतरी की गई है, जो ऊंट के मुंह में जीरे के समान है। उन्होंने कहा कि सेब को मंडियों तक पहुंचाने के लिए राज्य सरकार की तरफ से की गई तैयारियां नाकाफी हैं। सड़कों, पुलों और ग्रामीण क्षेत्र की छोटी सड़कों की हालत खराब है, जिससे सेब मंडियों तक पहुंचाने में परेशानी आ रही है। कई सड़कें बंद हैं, जिस कारण बागवानों को भारी नुक्सान उठाना पड़ रहा है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेब पर आयात शुल्क बढ़ाने की जो घोषणा की है, उसे जमीनी स्तर पर नहीं उतारा गया।

Vijay