राहुल गांधी के अध्यक्ष पद छोड़ने के निर्णय पर अब दिग्विजय सिंह ने उठाए सवाल, जानिए क्या कहा

Saturday, Oct 12, 2019 - 09:39 PM (IST)

धर्मशाला (सौरभ/पूजा): पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद द्वारा राहुल गांधी के जल्दबाजी में पार्टी अध्यक्ष पद छोड़ने के बयान पर मचे घमासान के बीच कांग्रेस के एक अन्य वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने भी लोकसभा चुनावों में हार के बाद राहुल गांधी के अध्यक्ष पद छोड़ने के निर्णय पर सवाल उठाए हैं। धर्मशाला में शनिवार को एक सम्मेलन में पहुंचे मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उनकी राय में राहुल गांधी को अध्यक्ष पद छोडऩा ही नहीं चाहिए था। उन्होंने देश की राजनीति से कांग्रेस के ओझल होने की बात से इंकार करते हुए कहा कि कांग्रेस एक आंदोलन और विचारधारा है, जो कभी मिट नहीं सकती है।

गृह मंत्री अमित शाह की किसी बात पर भरोसा नहीं

जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद वहां शांति कायम होने के गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर उन्होंने कहा कि वह गृह मंत्री की किसी बात पर भरोसा नहीं करते हैं। फ्रांस में रक्षा मंत्री द्वारा राफेल विमान की पूजा करने की विपक्ष द्वारा आलोचना करने पर उन्होंने कहा कि राफेल की पूजा करने में कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन पी.एम. मोदी खुद इन आडम्बरों की आलोचना कर चुके हैं जोकि अपने आप में विरोधाभासी है। कांग्रेस नेता ने कहा कि केंद्र सरकार अब सरकारी दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल को बंद करने की तैयारी में है, जिससे 45 हजार लोगों की नौकरी जा सकती है। यदि मोदी सरकार ने बीएसएनएल को 4जी का स्पैक्ट्रम दे दिया होता तो कभी लाभ में रही यह कंपनी घाटे में न जाती। इसके साथ ही अन्य सरकारी कंपनियों को भी बेचने की बात चल रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश में हुए व्यापमं घोटाला और हनी ट्रैप स्कैंडल दोनों में भाजपा के लोग शामिल हैं।

मोदी निर्णय लेने में करते हैं जल्दबाजी

उन्होंने देश में छाई मंदी के लिए मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि मोदी निर्णय लेने में बहुत जल्दी करते हैं। केंद्र ने पूरी तैयारी किए बिना नोटबंदी व जीएसटी लागू कर दिए। इससे लाखों लोग एक झटके में बेरोजगार हो गए। कांग्रेस ने जी.एस.टी. का एक ही स्लैब रखने की मांग की थी। अब मोदी सरकार हर महीने जीएसटी के स्लैब बदल रही है। उन्होंने कहा कि हाल ही में आई एक रिपोर्ट में कहा गया है कि देश की 90 फीसदी संपत्ति 10 परिवारों के पास है। देश में अमीर-गरीब की इस खाई को पाटने की जरूरत है। दिग्विजय ने कहा कि भाजपा बड़े उद्योगपतियों की मददगार है। केंद्र सरकार ने कुछ समय पहले कार्पोरेट टैक्स 30 फीसदी से कम करके 23 फीसदी कर दिया है लेकिन छोटे कारोबारियों को उबारने के लिए कोई प्रयास नहीं किए हैं।

 

Vijay