MP के CM पर बरसे कांग्रेस नेता, याद दिलाया व्यापम घोटाला

Thursday, Jul 06, 2017 - 11:16 PM (IST)

शिमला: हिमाचल के 6 बार मुख्यमंत्री रह चुके वीरभद्र सिंह प्रदेश के सबसे व्यापक जनाधार वाले सम्मानीय नेता हैं। उन्हें न तो भाजपा से और न ही मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से ईमानदारी का प्रमाण पत्र लेने की जरूरत है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा बीते दिन मुख्यमंत्री पर की गई टिप्पणी पर पलटवार करते हुए कांग्रेस नेताओं ने उक्त बात कही है। कांग्रेस नेताओं ने सी.एम. शिवराज सिंह को याद दिलाते हुए कहा है कि मध्य प्रदेश में उनके शासनकाल में देश का अनूठा व्यापम घोटाला हुआ जिसमें सैंकड़ों लोगों की संदेहास्पद परिस्थितियों में मौत हुई। 

मुख्यमंत्री पर टिप्पणी करने से पहले अपने गिरेबान में झांकें
राज्य योजना के अध्यक्ष गंगू राम मुसाफिर, पर्यावरण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया तथा राज्य रोजगार सृजन एवं संसाधन बोर्ड के उपाध्यक्ष हर्षवर्धन चौहान ने संयुक्त बयान में शिवराज सिंह की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि हिमाचल के मुख्यमंत्री पर टिप्पणी करने से पहले वह अपने गिरेबान में झांकें। कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि आज पूरे मध्य प्रदेश में भाजपा की गलत नीतियों के कारण किसान आत्महत्या और आंदोलन कर रहे हैं। इसके विपरीत हिमाचल को पूरे देश में शांति, सौहार्द और ईमानदारी के लिए जाना जाता है। कहा गया है कि हाल ही में एक सर्वेक्षण में हिमाचल प्रदेश को देश का सबसे ईमानदार राज्य घोषित किया गया है। 

भाजपा के कुछ नेता मुख्यमंत्री को कर रहे बदनाम
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भाजपा के कुछ नेताओं द्वारा मुख्यमंत्री को बदनाम करने तथा प्रदेश सरकार को अस्थिर करने के लिए झूठे षड्यंत्र रचे जा रहे हैं। प्रदेश के लोग भाजपा के ऐसे षड्यंत्रों को किसी भी कीमत पर सहन नहीं करेंगे। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि प्रदेश में जब-जब भाजपा की सरकार रही है, तब-तब वीरभद्र सिंह के विरुद्ध झूठे मामले बनाए गए और वह हर बार दोषमुक्त निकले हैं तथा इस बार भी वह न्यायालय से बेदाग होकर निकलेंगे और रिकार्ड 7वीं बार प्रदेश के मुख्यमंत्री बनेंगे।