''CAG की आपत्तियों के बाद भी कांग्रेस कर्ज लेती रही''

Monday, May 14, 2018 - 09:06 AM (IST)

शिमला: कांग्रेस पार्टी को कर्ज लेने पर एतराज करने की जगह अपने कर्ज की गठरी को सांझा करने में प्रदेश सरकार की मदद करनी चाहिए। रविवार को यह बात प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के उपाध्यक्ष गणेश दत्त ने कांग्रेस द्वारा प्रदेश सरकार द्वारा कर्जा लेने पर दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कही। भाजपा उपाध्यक्ष ने कहा कि कई बार सी.ए.जी. द्वारा आपत्तियां लगाने और कर्ज लेने की सीमा लांघने की बात के बावजूद तत्कालीन वीरभद्र सरकार कर्जा लेने से नहीं हटी तथा लगातार कर्ज तले प्रदेश को डुबाती रही है। आज प्रदेश की वित्तीय स्थिति चिंतनीय है इसलिए कांग्रेस को अपने कर्ज के बोझ को दूसरों के कंधोंं में नहीं डालना चाहिए।   


भाजपा उपाध्यक्ष ने कांग्रेसी नेताओं से कहा है कि वे आर्थिक स्थिति व कानून व्यवस्था की स्थिति के बारे में न बोलें तो अच्छा है ये दोनों विकट समस्याएं कांग्रेस की देन है और भाजपा को विरासत में मिली है। हिमाचल भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि गत 5 वर्षों में कांग्रेस पार्टी ने पड़ोसी राज्यों से मिलने वाली 7.19 प्रतिशत जोकि पंजाब पुर्नगठन आयोग के समझौते के अंतर्गत मिलनी थी, उसके बारे में एक बार भी चर्चा नहीं की और न ही मांग उठाई है। 


यदि कांग्रेस पार्टी 7.19 प्रतिशत के हिस्से की बात उठाती तो प्रदेश को लगभग 4500 करोड़ की राशि प्राप्त होती तथा हिमाचल काफी हद तक कर्ज से मुक्त होता लेकिन तब उन्होंने इसके लिए कोई प्रयास नहीं किए और अब दूसरों को नसीहत देने को लगे हैं। पार्टी इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त करती है कि मुख्यमंत्री ने इस विषय को पड़ोसी राज्यों से उठाया है और उम्मीद की जानी चाहिए कि हिमाचल का हिस्सा प्राप्त होगा। 

Ekta