Watch Video: 'मोदी ने देशवासियों पर ही कर डाली सर्जिकल स्ट्राइक'

Wednesday, Dec 07, 2016 - 11:54 AM (IST)

शिमला: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी को लेकर एक्शन तो पहले ले लिया लेकिन इससे आम जनता को होने वाली दिक्कतों के बारे में सोचना बाद में शुरू किया। केंद्र सरकार को नोटबंदी से पहले पूरी तैयारी करनी चाहिए थी लेकिन केंद्र ने इस बारे कोई रूपरेखा तैयार नहीं की।

पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल ने मंगलवार को कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन शिमला में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व केंद्र सरकार ने नोटबंदी की सर्जिकल स्ट्राइक देश के आम लोगों पर की है। नोटबंदी का निर्णय देश हित में नहीं है। सरकार ने नोटबंदी के फैसले से होने वाले नुक्सान का पहले आकलन नहीं किया। अब एक के बाद एक नए आदेश आ रहे हैं और इससे आम जनता परेशानी में है। उन्होंने केंद्र के इस फैसले को गैर-संवेदनशील करार दिया।

उन्होंने कहा कि 500 और 1000 रुपए के नोटबंद करने के फैसले के 4 सप्ताह बीत जाने के बाद भी देश की जनता बैंकों के बाहर लाइन में खड़ी है और आज पूरा देश इस फैसले से परेशान है। प्रधानमंत्री के इस निर्णय से देश में भ्रष्टाचार और बढ़ेगा और देश को भयंकर आर्थिक नुक्सान होगा। अनुमान है कि कुल धन का 90 प्रतिशत बैंकों में वापस आएगा, ऐसे में नोटबंदी से मात्र 10 प्रतिशत अर्थात एक लाख 41 हजार करोड़ रुपए की डीमोनेटाइजेशन होगी जबकि 22 दिन में एक लाख 28 हजार करोड़ रुपए का नुक्सान हुआ है। इसमें हाऊसहोल्ड को 15 हजार करोड़, आर.बी.आई. व सरकार को 16 हजार करोड़, बैंकों को 35 हजार करोड़ तथा व्यापार को 61 हजार करोड़ रुपए का नुक्सान हुआ है। 

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार को इस निर्णय से पहले पूरी तैयारी करनी चाहिए थी लेकिन सरकार ने तैयारी के नाम पर मात्र 2000 रुपए के कुछ नोट छापे तथा नोटबंदी का निर्णय लेने के बाद अब केंद्र सरकार इससे निपटने के लिए योजना तैयार करने में लगा है। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विदेशों से कालेधन को वापस लाने की बात कही थी लेकिन 2 साल बीत जाने के बाद जब यह संभव नहीं हुआ तो लोगों को परेशान करने के लिए नोटबंदी का निर्णय लिया गया। 

जाली करंसी के नाम पर अफवाह 
पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार नोटबंदी को लेकर आतंकवाद व जाली करंसी के नाम पर अफवाह फैला रही है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी से केंद्र आतंकवाद कम होने के दावे कर रहा है लेकिन हाल ही की घटनाओं से साफ हो गया है कि आतंकवाद कम नहीं हुआ है। आतंकवादियों के पास से दो-दो हजार रुपए के नए नोट बरामद हुए हैं, साथ ही केंद्र जाली करंसी को लेकर भी लोगों को भ्रमित कर रहा है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि  यू.पी.ए. सरकार ने देश में भ्रष्टाचार रोकने को लोकायुक्त का बिल लाया था और आज केंद्र सरकार ढाई वर्ष में लोकायुक्त की तैनाती नहीं कर पाई।

ग्रामीण इलाकों में एक तिहाई शाखाएं 
पवन बंसल ने कहा कि आज देश में करीब 1.40 लाख बैंक शाखाएं हैं और इनमें से 2 तिहाई शाखाएं शहरों और नगरों में हैं। यानी एक तिहाई बैंक शाखाएं ही ग्रामीण इलाकों में हैं। इस कारण आज नोटबंदी की मार से शहरी ही नहीं बल्कि ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोग भी परेशान हैं। उनका कहना था कि आज देश में 75 फीसदी लोग या तो बैंक का इस्तेमाल ही नहीं करते या उनकी बैंकों तक पहुंच नहीं है और उनका सारा कार्य नकद लेन-देन पर ही होता है।

क्या ऐसे कैशलैस होगी सोसायटी
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कैशलैस सोसायटी की बात कर रहे हैं लेकिन जिस देश में 95 फीसदी के पास डैबिट या क्रैडिट कार्ड नहीं हैं, वहां यह कैसे लागू होगी। वर्तमान में देश में मात्र 14 लाख स्वाइप मशीनें हैं जबकि जरूरत 2 करोड़ मशीनों की है, एेसे में कैशलैस सोसायटी की बात बेमानी है। उन्होंने कहा कि देश में आज मात्र 2$15 लाख ए.टी.एम. हैं और इनमें से 90 फीसदी तो 16 राज्यों में हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हिमाचल की बात करें तो यहां 2037 बैंक शाखाएं हैं और मात्र 1792 ए.टी.एम. हैं। इतना सा नैटवर्क प्रदेश की 70 लाख की आबादी के लिए है, जो कि पूरा नहीं है। यहां 1800 लोगों पर एक ए.टी.एम. या फिर बैंक शाखा है, एेसे में समझा जा सकता है कि आज लोग कितनी मुश्किल में हैं।