मुआवजा दर 3800 परिवारों पर बज्रपात, कांग्रेस ने अवार्ड को बताया प्रभावितों का डैथ वारंट

punjabkesari.in Tuesday, Mar 02, 2021 - 11:11 AM (IST)

नूरपुर (राकेश) : फोरलेन परियोजना के लिए अधिगृहित की जा रही जमीन के जिस मुआवजे की प्रभावित 3800 परिवार इंतजार कर रहे थे तथा आंदोलनरत भी थे उसकी घोषणा सोमवार को भू अर्जन अधिकारी नूरपुर द्वारा कर दी गई। मुआवजे की दर को फोरलेन संघर्ष समिति ने सरासर धोखा बताते हुए इन दरों पर घोर आपत्ति जताई है तथा इसे विश्वासघात व अन्याय की पराकाष्ठा बताया है। समिति के अध्यक्ष दरबारी सिंह व महासचिव विजय सिंह ने घोषित किए गए अवार्ड को 35 कस्बों के प्रभावित लोगों के साथ जबरदस्त धोखा बताते हुए कहा कि इस अवार्ड को संघर्ष समिति नकारने पर मजबूर है क्योंकि इस मुआवजे से नए आशियाने अथवा नया कारोबार खड़ा करने का सपना चूर-चूर होकर रह गया है। मुआवजे की इस अल्प राशि से जमीन तक खरीदना मुमकिन नहीं। इसलिए इस अवार्ड को वह सिरे से खारिज कर रहे हैं। समिति मंगलवार को इस संबंध में जिलाधीश से धर्मशाला में मिलकर अपना पक्ष रखेगी तथा अगर न्याय नहीं मिला तो कंडवाल से भाली तक करीब 4 दर्जन कस्बों के लोगों के साथ आंदोलन छेड़ देगी।

जिला कांगड़ा के साथ अन्याय की ताजा मिसाल

कांग्रेस अध्यक्ष बजय महाजन मुआवजे का अवार्ड अत्यंत निराशाजनक व लोगों की उम्मीदरों के विपरीत है। प्रभावित लोग इस अवार्ड से हताश व निराश हैं तथा इसे डैथ वारंट समान मान रहे हैं। इतना लम्बा इंतजार करवाकर इन 3800 परिवारों को जो मुआवजा दिया जा रहा है उनसे उनका पुनर्वास नहीं हो सकता। प्रभावित लोग 3 साल से न्याय की आस में थे लेकिन वर्तमान सरकार ने उन्हें भारी धोखा दिया। वास्तव में यह जिला कांगड़ा के साथ भेदभाव व अन्याय की एक और मिसाल है। जिला कांगड़ा का भाजपा नेतृत्व, जनप्रतिनिधि इन प्रभावित लोगों को उनका उचित हक दिलाने में बुरी तरह असफल रहे हैं। 
 


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Content Writer

prashant sharma

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