CM जयराम बोले-चाइना की सीमा तक संचार नैटवर्क होगा सुदृढ़

Sunday, May 06, 2018 - 09:35 PM (IST)

मंडी (पुरुषोत्तम): मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि भारत-तिब्बत सहयोग मंच तिब्बत से जुड़े मसलों पर विचार-विमर्श के लिए एक महत्वपूर्ण मंच उपलब्ध करवा रहा है। भारत-तिब्बत सहयोग मंच की 19वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित राष्ट्रीय समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मंच तिब्बत के पक्ष में आवाज उठाने के उद्देश्य से उभरा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश शक्तिशाली राष्ट्र बनकर उभरा है और आज विश्व समुदाय भारत की अनदेखी नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के कुछ हिस्सों की सीमा चाइना के साथ लगती है, ऐसे में यह सामरिक दृष्टि से आवश्यक है कि भारत चाइना की सीमा के नजदीक संचार नैटवर्क को सुदृढ़ करे, जिस दिशा में हम आगे बढ़ रहे हैं।


भानुपल्ली-बिलासपुर-लेह रेलवे लाइन पर जल्द शुरू होगा काम
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण भानुपल्ली-बिलासपुर-लेह और पठानकोट-मंडी-लेह रेलवे लाइन निर्माण का मामला केंद्र से उठाया है और जल्द इस पर काम शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि चीन की मानसिकता उसके अपने पड़ोसी देशों के प्रति कभी अच्छी नहीं रही है लेकिन अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों देश की बागडोर आने के बाद चीन अपनी हरकतों व व्यवहार को लेकर पहले सोचने लगा है।


चीन ने पाड़छू झील में विस्फोट करवा कर लाई गई थी तबाही
मुख्यमंत्री ने कहा कि चीन ने जो तिब्बत में करना था कर लिया लेकिन अब ऐसा नहीं कर पाएगा। चीन पड़ोसियों को हमेशा नुक्सान पहुंचाने की फिराक में रहता है। इसका उदाहरण हमने डेढ़ दशक पूर्व सतलुज में आई बाढ़ के रूप में देखा है जो कोई प्राकृतिक घटना नहीं बल्कि चीन की नापाक हरकत थी कि पाड़छू झील में विस्फोट करवा कर हिमाचल में तबाही लाया था। इस दु:साहस के पीछे चीन की मंशा तिब्बतियों के धर्मगुरु दलाईलामा को नुक्सान पहुंचाना था। उन्होंने कहा कि तिब्बत की आजादी व अन्य किसी प्रकार के सहयोग के लिए केंद्र जो भी आदेश देगा हिमाचल सरकार मजबूती से तिब्बत के साथ खड़ी होगी। भारत-तिब्बत सहयोग मंच प्रदेश सरकार से जो अपेक्षा रखेगा उसे हर हालत में पूरा किया जाएगा। उन्होंने मंच के 20वें वर्ष में प्रवेश के इस अवसर पर फोटो भी जारी किया।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दें 20 साल का समय : इंद्रेश
मंडी के विपाशा सदन में देश भर से आए प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए वरिष्ठ आर.एस.एस. नेता व मंच के संरक्षक इंद्रेश ने कहा कि देश को पहली बार एक ऐसा प्रधानमंत्री मिला है जिसने चीन की आंखों में आंखें डालकर बराबर बैठकर बात करने की हिम्मत की है। आज संसार में ऐसा माहौल बन गया है कि भारत को बिना मांगे ही सुरक्षा परिषद का सदस्य बनाने के लिए 80 से अधिक देश समर्थन में उतर आए हैं। दुनिया भारत की शक्ति को पहचानने लगी है और यह बात चीन को भी समझ लेनी चाहिए। देश ने कांग्रेस को 50 साल दिए हैं, नरेंद्र मोदी को 20 साल दे दो, सब ठीक हो जाएगा। इंद्रेश ने कहा कि अपनी धरती, स्वावलंबन और स्वाभिमान का सौदा नहीं होगा। इस अवसर पर शुरू किए गए हस्ताक्षर अभियान में बढ़-चढ़कर भाग लेने का आह्वान भी उन्होंने किया।

Vijay