आचार संहिता में पारदर्शिता लाने के लिए निर्वाचन आयोग ने उठाया बड़ा कदम

Tuesday, Oct 10, 2017 - 04:01 PM (IST)

कुल्लू (शम्भू प्रकाश): कोई सियासी दल यदि चुनावी जनसभा के आयोजन के लिए एप्प के जरिए आवेदन नहीं करेगा तो उस सियासी दल की चुनावी जनसभा नहीं हो पाएगी। आचार संहिता के दौर में पारदर्शिता लाने के लिए निर्वाचन आयोग ने सुविधा एप्प तैयार की है। चुनाव आयोग ने खासतौर पर यह एप्प तैयार करके सियासी दलों सहित सत्तारूढ़ दल की मनमानी पर शिकंजा कसने का रास्ता तैयार किया है। पूर्व में कई बार ऐसा भी देखने को मिला कि एक ही मैदान को रैली या किसी अन्य चुनावी जनसभा के लिए एक ही समय में 2 राजनीतिक दलों ने बुक किया। ऐसे में संबंधित जिला प्रशासन के लिए यह मुश्किल हो गई कि आखिर किस सियासी दल की बुकिंग को रद्द किया जाए और किसे संबंधित मैदान में जनसभा की अनुमति प्रदान की जाए। 


ऐसे झंझट से बचने के लिए सुविधा एप्प महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी
ऐसी स्थिति में वही सियासी दल भारी पड़ गया जो उस राज्य में उस समय सत्तासीन था। ऐसे झंझट से बचने व पारदर्शिता लाने के लिए सुविधा एप्प महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। कई जिलों में कई ऐसे मैदान में हैं, जहां सभी सियासी दल अपनी चुनावी जनसभाएं करना चाहते हैं। इन मैदानों पर इसलिए नजर रहती है क्योंकि यह प्राइम लोकेशन पर स्थित होते हैं। मुश्किल तब होती है, जब एक साथ 3 या 3 सियासी दल एक ही समय में उस जगह अपनी चुनावी जनसभाओं के लिए आवेदन करें। आगामी विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान राजनीतिक पार्टियों द्वारा आयोजित की जाने वाली रैलियों-सभाओं व अन्य कार्यक्रमों की अनुमति केवल ऑनलाइन ही दी जाएगी। चुनाव प्रचार से संबंधित कार्यक्रमों की अनुमति के लिए केवल एप्प के माध्यम से आवेदन किया जा सकेगा। 


ऑनलाइन ही मिलेगी अनुमति
ऑनलाइन आवेदन प्राप्त होने के बाद संबंधित विधानसभा क्षेत्र के निर्वाचन अधिकारी, एस.डी.एम. उक्त कार्यक्रमों की अनुमति ऑनलाइन ही प्रदान करेंगे। सोमवार को कुल्लू के बचत भवन में विभिन्न राजनीतिक दलों, निर्वाचन अधिकारियों और मतदान प्रक्रिया से जुड़े अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी यूनुस ने यह जानकारी दी। इस बैठक में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों और अधिकारियों के लिए वी.वी. पैट मशीन का प्रदर्शन भी किया गया तथा उन्हें इस मशीन की प्रक्रिया की भी विस्तार से जानकारी दी गई। इस मौके पर बंजार के एस.डी.एम. अपूर्व देवगन, एस.डी.एम. कुल्लू सन्नी शर्मा, एस.डी.एम. आनी पंकज शर्मा के अलावा अन्य अधिकारी और विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।