कोटखाई केसः गुड़िया बनकर हलाइला के जंगल में चीखी CBI

Friday, Jul 28, 2017 - 12:23 PM (IST)

शिमला : गुड़िया मर्डर मामले में जांच कर रही सीबीआई टीम ने वीरवार को कोटखाई दादी जंगल में खुद गुड़िया बनकर क्राइम सीन को री क्रिएट किया।दरअसल,मर्डर वाले स्थान पर एक अवसर को खडा किया गया जहां गुड़िया का शव मिला था और अन्य को 100 मीटर दूर सड़क के आसपास, राजू के डेरे निपाली बस्ती  के क्षेत्रों में खड़ा किया गया । जानकारी के मुताबिक, सभी यह जानने की कोशिश कर रहे थे। कि वारदात के समय अगर गुड़िया  चीखी  चिल्लाई होगी तो उसकी अावाज कहा तक गई होगी। पुलिस अधीक्षक एसएस गुरुम और डीअाई जी स्तर के एक अधिकारी भी मौके पर मौजूद थे । 3 स्पॉट से कभी हो हो तो कभी हेलो हेलो चिलाते रहे । बताया दा रहा है कि यह सारा सीन डीएस पी की निगरानी में किया गया । पुलिस अधीक्षक एसएस गुरुम और डीअाई जी स्तर के एक अधिकारी भी मौके पर मौजूद थे । सीबीआई पुलिस की इस बात को पूष्टी करना चाह रही थी क्या छात्रा से गैंगरेप वाकई इस स्पॉट के पास हुअा है।

गुड़िया की मां के फोन को कब्जे में लिया
गुड़िया मर्डर मामले में जांच के दौरान जितनी भी अफवाहें सामने अाई, जिन पर सीबीआई की नजर है। चाहे गुड़िया के पास फोन होने की बात हो या फिर उसके फेसबुक प्रोफाईल की बात। सीबीआई इन सभी पहलुओं पर स्थानीय लोगों से लेकर तकनीकी उपकरणों की मदद ले रही है। बताया जा रहा है कि गुड़िया की मां के फोन को भी जांच के लिए कब्जे में लिया है। इसमें कॉल डिटेल के अलावा उस फोन से उपयोग किए जाने वाले सभी तरह के एप और उनमें दर्ज मैसेज व अन्य चीजों को रिकवर करने का प्रयास किया जा रहा है । पुलिस जांच के दौरान कई तरह के एेसे लूप होल थे जिन पर उसने  गंभीरता से काम नहीं किया । यही कारण रहा कि उनकी जांच छेह गिरफ्तारी के बाद सवालों में घिरी रही। वहीं दूसरी ओर सीबीआई आने वाले समय में कथित अारोपियों और उनके फोटो मुख्यमंत्री के फेसबुक  पेज पर डाले जाने व हटाए जाने को भी जांच में शामिल किया तो सीएम की आईटी टीम की मुश्किले बढ़ सकती है।