CM ने लाहौल में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का लिया जायजा, बोले-प्रभावित परिवारों के साथ खड़ी है सरकार

punjabkesari.in Saturday, Jul 31, 2021 - 09:05 PM (IST)

उदयपुर क्षेत्र की पट्टन घाटी से आज सुरक्षित निकाले गए 178 लोग

कुल्लू (संजीव जैन): मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने लाहौल-स्पीति जिला के उदयपुर उपमंडल के अन्तर्गत 27 जुलाई को तोजिंग नाला में आई बाढ़ से हुए नुक्सान का जायजा लेने के लिए क्षेत्र का दौरा किया। उन्होंने घटनास्थल का निरीक्षण किया और प्रभावित लोगों से बातचीत की। उदयपुर क्षेत्र की पट्टन घाटी में फंसे लोगों में कुछ पर्यटक और स्थानीय लोग शामिल हैं, जिनमें से 178 को आज सुरक्षित बाहर निकाला गया है। उन्होंने कहा कि 37 लोग जहालमा, 14 लोग फूडा और 15 शांशा में फंसे हुए हैं। मुख्यमंत्री शांशा नाला पहुंचे जहां बाढ़ के कारण सड़क को भारी नुक्सान पहुंचा है और कई पुलों को क्षति पहुंची है। उन्होंने सीमा सड़क संगठन के अधिकारियों से पुल के शीघ्र पुनर्निर्माण के सम्बन्ध में चर्चा की। बीआरओ के अधिकारियों ने उन्हें अवगत करवाया कि पुल निर्माण के लिए मशीनरी तैनात कर दी गई है और पानी का बहाव कम होते ही इसके निर्माण का कार्य आरम्भ कर दिया जाएगा।
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तोजिंग नाला में बहे 3 लोगों को ढूंढने के प्रयास जारी

मुख्यमंत्री उदयपुर क्षेत्र की पट्टन घाटी से सुरक्षित बचाए गए लोगों से भी मिले और उनका कुशलक्षेम पूछा। तोजिंग नाला में बहे 10 लोगों में से 7 के शव बरामद किए जा चुके हैं जबकि बाकी तीन लोगों को ढूंढने के प्रयास जारी हैंै। उन्होंने पानी के बहाव में बह गए एक व्यक्ति मीन सिंह बहादुर की पत्नी से भी बातचीत की और उसे सांत्वना देते हुए कहा कि सरकार हरसंभव सहायता प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि पानी में बहे लोगों की तलाश में आईटीबीपी ने सराहनीय कार्य किया है और बाकी लोगों को ढूंढने के लिए भी प्रयास युद्धस्तर पर जारी हैं।

अधिकारियों को दिए नुक्सान के आकलन के निर्देश

मुख्यमंत्री ने बाद में किरटिंग में जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ चर्चा की और उन्हें बाढ़ के कारण हुए नुक्सान का आकलन करने के निर्देश दिए। उन्होंने मुख्य सड़क मार्ग की बहाली तक वैकल्पिक मार्गांे की व्यवस्था करने के लिए भी कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुश्किल की इस घड़ी में प्रदेश सरकार प्रभावित परिवारों के साथ खड़ी है और उन्हें हरसंभव सहायता प्रदान की जाएगी। जिला प्रशासन ने सभी के भोजन और ठहरने की उचित व्यवस्था की है जिसमें स्थानीय लोग भी अपना भरपूर सहयोग दे रहे हैं। प्रभावित लोगों को फौरी राहत प्रदान की गई है और बीआरओ भी उन्हें आर्थिक मदद प्रदान करेगा। इस दौराना जनजातीय विकास मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा और जनजातीय सलाहकार समिति के सदस्य व वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।


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Content Writer

Vijay

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