CM वीरभद्र सिंह का ऐलान, ग्रांट लेने वाले कालेजों की नहीं बढ़ेगी संख्या

Sunday, Feb 26, 2017 - 08:11 PM (IST)

सुंदरनगर (नितेश सैनी): मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने ऐलान किया कि हिमाचल प्रदेश में ग्रांड इन एड कालेजों की संख्या में कोई भी वृद्धि नहीं होगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में मात्र 5 ही सरकारी अनुदान प्राप्त कालेज चल रहे हैं। मुख्यमंत्री रविवार को सुंदरनगर स्थित महाराजा लक्षमण सेन मैमोरियल कालेज के सालाना समारोह की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे। इससे पूर्व उन्होंने ललित सेन खेल भवन (खेल परिसर) का लोकार्पण भी किया। इसके निर्माण पर 1.25 करोड़ रुपए व्यय किए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने गत 4 वर्षों के दौरान राज्यों में 45 नए महाविद्यालय खोले हैं, जिससे अब प्रदेश में कालेजों की संख्या बढ़कर 119 हो गई है।

सूचीबद्ध महाविद्यालयों को छोड़ अन्यों को नहीं मिलेगी वित्तीय सहायता 
सी.एम. ने कहा कि बहुत साल पहले शिमला में क्रिश्चियन मिशनरियों द्वारा खोले गए कालेज सेंट बीड्स को राज्य सरकार ने अनुदान के रूप में वित्तीय सहायता आरंभ की थी। इसके अतिरिक्त राज्य सरकार महाराजा लक्षमण सेन मैमोरियल कालेज सुन्दरनगर, डी.ए.वी. कालेज कांगड़ा, कोटखाई के एक महाविद्यालय सहित एक व दो अन्य कालेजों को वित्तीय संकट से उभारने तथा उनके संसाधनों को सुदृढ़ करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब से राज्य सरकार द्वारा सूचीबद्ध महाविद्यालयों को छोड़ अन्यों की संस्तुति वित्तीय सहायता के लिए नहीं की जाएगी। 

महाराजा लक्षमण सेन मैमोरियल कालेज को वित्तीय सहायता देने पर विचार
सी.एम. ने कहा कि महाराजा लक्षमण सेन मैमोरियल कालेज को वित्तीय सहायता प्रदान करने के मामले पर शिक्षा विभाग विचार कर रहा है और शीघ्र ही इसका समाधान कर लिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि जो महाविद्यालय हमारी सूची में हैं और अनुदान प्राप्त कर रहे हैं, उनको निश्चित तौर पर इससे वंचित नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हालांकि प्रदेश सरकार नियमों में बदलाव नहीं कर सकती लेकिन कुछ मामलों में छूट दी जा सकती है। उन्होंने कहा कि सुन्दरनगर स्थित महाराजा लक्षमण सेन मैमोरियल कालेज को पर्याप्त सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी।

प्रदेश सरकार ने घरद्वार पर खोले कालेज
मुख्यमंत्री ने कहा कि कालेजों में माहौल पढऩे के लिए होता है राजनीति करने के लिए नहीं। छात्र यहां पढ़ाई करने आएं नेतागिरी करने नहीं। सी.एम. ने कहा कि प्रदेश सरकार ने गांव-गांव और घरद्वार कालेज खोले हैं ताकि कोई भी छात्र शिक्षा से वचिंत न हो सके। उन्होंने कहा कि पहले लड़कियों को पढ़ाई करने के लिए घर से काफी दूर जाना पड़ता था, जिसके चलते कई बार तो उनके परिजन उन्हें पढऩे के लिए कालेज भी नहीं भेजते थे लेकिन अब ऐसा न हो इसलिए सरकार घर के नजदीक कालेज खोल रही है। सी.एम. ने समारोह के दौरान मेधावी छात्रों को पुरस्कार देकर सम्मानित भी किया।

हुड़दंगी छात्रों के लिए शिक्षण संस्थानों में कोई जगह नहीं 
सी.एम. ने कहा कि जो विद्यार्थी हुड़दंग आदि गतिविधियों में संलिप्त हैं और अहिंसा फैलाते हैं, उनके लिए उच्च शिक्षण संस्थानों में कोई भी स्थान नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रदेश विश्वविद्यालय के कुलपति को ऐसे विद्यार्थियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के स्पष्ट निर्देश जारी किए गए हैं। ऐसे विद्यार्थी जीवन में कभी भी सफलता प्राप्त नहीं कर सकते और दूसरों के हाथों खेलकर इनका मकसद उपद्रव उत्पन्न करना है। प्रदेश सरकार द्वारा राज्य के शिक्षण संस्थानों, विशेषकर कालेजों एवं विश्वविद्यालयों में चुनावों पर प्रतिबंध लगाया गया है। संघों को सरकारी सम्पदा को नुकसान पहुंचाने का कोई भी अधिकार नहीं है।