मानसिक रोगी महिला के मामले पर CM ने लिया संज्ञान, अब इलाज के साथ नसीब होगी छत

Saturday, Jan 06, 2018 - 01:19 AM (IST)

धर्मपुर (मंडी): उपमंडल के गोरत गांव में रेन शैल्टर में ठिठुरते मां-बेटे को जल्द ही आशियाना नसीब होने की आस जगी है। मामला मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर तक पहुंचने से सारा प्रशासनिक अमला हरकत में आ चुका है और मुख्यमंत्री ने बिना विलंब किए सारा मामला सुलझाने के लिए कहा है। स्थानीय प्रशासन ने पुलिस की मदद से गुड्डी देवी और उसके डेढ़ साल के बच्चे को डाक्टरी जांच के लिए भेज दिया है। इस मामले को धर्मशाला से संबंध रखने वाले समाजसेवी संजय शर्मा ने प्रशासन के समक्ष उठाया था और दोनों के इलाज के लिए सारा खर्चा वहन करने की इच्छा जताई थी।

किसी हैवान ने बना डाला था बच्चे की मां
धर्मपुर उपमंडल की सकलाना पंचायत की गुड्डी देवी के पति गोबिंद राम का 4 साल पहले निधन हो गया है जबकि सास-ससुर पहले ही गुजर चुके हैं, वहीं मायके की आर्थिक स्थिति भी कमजोर है। कोई सहारा न होने के कारण गुड्डी देवी मानसिक परेशानी में रहने लगी और एक दिन वह 5 साल के बेटे के साथ गायब हो गई। धर्मपुर पुलिस ने गुड्डी को देहरादून में बरामद कर लिया लेकिन उसके बेटे का कोई अता-पता नहीं चल पाया जबकि किसी हैवान ने उसे एक और बच्चे की मां बना डाला था। 

डेढ़ साल के बेटे के साथ रेन शैल्टर में बिता रही थी जिंदगी
अनुसूचित जाति से संबंध रखने वाली गुड्डी का घर गिरने की कगार पर था जिस कारण वह अपने डेढ़ साल के बेटे के साथ गोरत रेन शैल्टर में रहने लगी। आजीविका का कोई साधन न होने से दोनों कई महीने भूखे रहे। गत 26 दिसम्बर को समाजसेवी संजय शर्मा अपने सहयोगियों कमल राणा, जोगेंद्र और सतीश राणा के साथ करसोग जा रहे थे तो उन्होंने उक्त महिला को बच्चे के साथ रेन शैल्टर में ठंड से ठिठुरते देखा। उन्होंने स्पोर्ट एज हिमाचल नामक संस्था के अध्यक्ष एवं मीडिया कर्मी उमेश ललित को इसकी जानकारी दी और तुरंत घटनास्थल पर आने को कहा। 

एस.डी.एम. के अवकाश पर जाने के कारण हुई कार्रवाई में देर
महिला और बच्चे को भोजन कराने के बाद सारी फरियाद स्थानीय प्रशासन को सुनाई गई लेकिन एस.डी.एम. के अचानक अवकाश पर चले जाने के कारण कार्रवाई में विलंब हो गया। तदोपरांत 4 जनवरी को उपनिरीक्षक हरनाम सिंह के नेतृत्व वाली टीम ने महिला का मैडीकल चैकअप स्वास्थ्य केंद्र धर्मपुर में कराया और चिकित्सक ने सलाह दी कि गुड्डी देवी की मनोदशा ठीक न होने से इसे क्षेत्रीय अस्पताल में मनोचिकित्सक को दिखाया जाए।

बेटे को अलग करने पर उग्र हो जाती है महिला 
शुक्रवार को मनोचिकित्सक ने बताया कि जब महिला से उसके बेटे को अलग किया जाता है तो वह उग्र हो उठती है इसलिए इसका इलाज तभी संभव है जब तक उसका बेटा साथ रहे। मामले की गंभीरता को देखते हुए उन्हें शिमला के बालूगंज स्थित मानसिक रोग संस्थान में भेजा जा रहा है।

मुख्यमंत्री का तहेदिल से अदा करना चाहता हूं शुक्रिया : संजय शर्मा
समाजसेवी संजय शर्मा कहते हैं कि मैं मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का तहेदिल से शुक्रिया अदा करना चाहता हूं जिन्होंने मामले का पता चलते ही त्वरित कार्रवाई की और ठंड में ठिठुर रहे मां-बेटे को आशियाना मिलने की आस जगी। उन्होंने कहा कि वह महिला के पुनर्वास के लिए यथायोग्य आर्थिक सहायता भी करेंगे।