CM के बयान पर किशन कपूर का वार, ‘चुनाव में गद्दी सिखाएंगे सबक’

Tuesday, Aug 08, 2017 - 04:11 PM (IST)

धर्मशाला (नृपजीत निप्पी): मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह अपने एक बयान से एक बार फिर नए विवाद में फंस गए हैं। दरअसल सोमवार को ऊना में अपने दौरे के दौरान मुख्यमंत्री ने भाजपा प्रदेशध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती पर निशाना साधा और कहा था कि वह अगर बीजेपी के अध्यक्ष हैं तो क्या हुआ। अध्यक्ष तो गद्दी सभा के भी होते हैं। सीएम के इस बयान पर अब गद्दी समुदाय भड़क गया है। इसी उपजे विवाद को लेकर पूर्व मंत्री एवं गद्दी समुदाय से तालुक रखने वाले किशन कपूर ने इस समुदाय के लोगों के साथ मिलकर धर्मशाला में मीडिया से रू-ब-रू होते हुए मुख्यमंत्री को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि सीएम के इस बयान से उनके समुदाय का अपमान हुआ है। सीएम का ये बयान गद्दी समुदाय के प्रति उनकी संकीर्ण सोच को दिखाता है और ऐसे बयान मुख्यमंत्री को शोभा नहीं देते हैं।


पूरे प्रदेश में 20 विधानसभा क्षेत्रों में फैला हुआ है गद्दी समुदाय
कपूर ने कहा कि ऐसा बयान देकर उन्होंने गद्दी समुदाय को कमतर आंकने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में गद्दी समुदाय 20 विधानसभा क्षेत्रों में फैला हुआ है और जीत हार करने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपने बयान में कहा था कि अध्यक्ष तो गद्दी सभा के भी होते हैं उनका ऐसा कहने का क्या अभिप्राय था उसको वो जानना चाहते हैं, उन्होंने क्या गद्दियों को हलके में लिया कपूर ने कहा कि वीरभद्र को आने वाले विधानसभा चुनावों में पूरा गद्दी समुदाय एक जुटता के साथ जवाब देगा। उन्होंने कहा कि गद्दी कोई जाति नहीं है, भेड़, बकरी पालक जो यह व्यवसाय करते हैं उनको गद्दी कहा जाता है और इस जाति में पंडित, राजपूत, खत्री, महाजन और अन्य जातियों के लोग भी इस समुदाय में हैं। 


वीरभद्र ने गद्दी समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाई
उन्होंने कहा कि इस किस्म की बयानबाजी कर वीरभद्र ने गद्दी समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सरकार में गद्दी समुदाय के मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी से वीरभद्र के बयान पर अपनी स्थिति स्पष्ट करें। उल्लेखनीय है कि प्रदेश की 20 ऐसी विधानसभा सीटें हैं, जहां पर गद्दी समुदाय के लोग काफी तादाद में हैं। इन विधानसभा क्षेत्रों में जीत और हार गद्दी समुदाय ही तय करता है। अगर बीजेपी ने अपमान का कार्ड खेला और कार्ड चल निकला, तो चुनावी साल में सीएम के ऐसे बयान से कांग्रेस को गद्दी समुदाय की नाराजगी झेलनी पड़ सकती है। ऐसे में इन सीटों पर कांग्रेस का गणित बिगड़ सकता है।