वीरभद्र के हमले का जयराम ने यूं दिया जवाब (Watch Video)
Friday, Oct 26, 2018 - 02:46 PM (IST)
धर्मशाला (जिनेश): मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अपनी सरकार के 9 महीने के कार्यकाल में हुए अथक विकास की तुलना पिछली सरकार के 5 सालों से करते हुए कहा कि पिछली सरकार के दौरान समाचार पत्रों में मात्र यही समाचार हर रोज पढ़ने को मिलते थे कि आज की पेशी इस कोर्ट में है। अगले दिन की इस कोर्ट में रहेगी। इसके अलावा कोई भी विकास के एजेंडे पर कोई भी खबर सरकार की पढ़ने को नहीं मिलती थी। कांग्रेस के ऊपर यह आरोप मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा धर्मशाला में राष्ट्र स्तरीय सरस मेले के उद्घाटन के दौरान लगाए। कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि जब भी वह दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व अन्य केंद्रीय मंत्रियों से मिलने जाते थे तो हमारे कांग्रेसी मित्र कहते थे कि मुख्यमंत्री तो मात्र दिल्ली ही जाते हैं और परिक्रमा करके आते हैं। उन्होंने कहा कि आज जब केंद्र सरकार की ओर से 9 महीने के कार्यकाल के दौरा 9 हजार करोड़ की धनराशि दिल्ली से स्वीकृत करवाई है। इस राशि के स्वीकृत करने के बाद कांगे्रसी मित्रों ने मेरा परिक्रमा करने के लिए दिल्ली जाने की बात करना अब बंद कर दी है।
कांग्रेसी हैरान केंद्र से कैसे स्वीकृत करवाए 9 हजार करोड़
उन्होंने कहा कि इस धनराशि से प्रदेश की पेयजल योजना, बागवानी, पर्यटन, किसानों, सड़कों की समस्या आदि को दूर करने में सहायता मिलेगी। मुख्यमंत्री ने उस बात को भी मंच पर सांझा किया कि लोग क्यास लगाते थे कि यह नया मुख्यमंत्री है और अपना कार्यकाल कैसे पूरा करेगा, लेकिन 9 महीने के कार्यकाल में जो धनराशि विभिन्न परियोजनाओं को केंद्र सरकार से मिली है से सबसे अच्छी सरकार मानी जा रही है। उन्होंने कहा कि इससे पहले की सरकारों के कार्यकाल में 9 से 10 महीनों में मात्र केंद्र सरकार से 200 से 300 करोड़ तक पैसा ही केंद्र से ले पाते थे। उन्होंने कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि कांग्रेस की पूर्व सरकार ने अपने कार्यकाल में मात्र संस्थान खोलकर फट्टे ही लगाए हैं तथा जिस गति से प्रदेश की भाजपा सरकार कार्य कर रही है अब कांग्रेस के लोग हमारी विकास की बात को समझ गए हैं।
नवम्बर में केंद्रीय विश्वविद्यालय का होगा शिलान्यास
केंद्रीय विश्वविद्यालय के मुद्दे को लेकर भी मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के साथ स्वीकृत हुए अन्य विश्वविद्यालय जहां पर धरातल पर खड़े हैं वहीं हमारी पिछली सरकारें जमीन तक ढूंढ नहीं पाई थीं और भाजपा की इस सरकार ने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया और न केवल जमीन सीयू के नाम स्थानांतरित की बल्कि नवम्बर में विश्वविद्यालय का शिलान्यास दोनों जगहों पर एक साथ करने की भी योजना है।