प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री का जीवन महिलाओं के लिए बनेगा प्रेरणास्रोत : मुख्यमंत्री

Saturday, Feb 24, 2024 - 05:47 PM (IST)

टाहलीवाल (गौतम): प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री के निधन के बाद उनकी स्मृति में मुकेश अग्निहोत्री, उनकी बेटी आस्था अग्निहोत्री और समस्त परिवार द्वारा एक विशेष श्रद्धांजलि और प्रार्थना सभा का आयोजन राधा स्वामी सत्संग भवन गोंदपुर जयचंद में किया गया। इस सभा में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू सहित हिमाचल व पंजाब के बड़े-बड़े नेताओं और हजारों की संख्या में मौजूद हरोली वासियों ने सिम्मी अग्निहोत्री के प्रति अपनी श्रद्धा और सम्मान प्रकट कर भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की।

इस क्षति को पूरा नहीं किया जा सकता
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सिम्मी अग्निहोत्री को भावपूर्ण श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि सिम्मी अग्निहोत्री धार्मिक कार्यों में लगातार सक्रिय रहती थीं। 12 फरवरी को हमने बाथू में होने वाले मां के जगराते में आना था लेकिन दो दिन पहले ही वह भगवान को प्यारी हो गईं। उनका जीवन प्रदेश की महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत बनेगा। वह अपनी बेटी के साथ एक अच्छी सहेली बनकर रहती थीं। इस क्षति को पूरा नहीं किया जा सकता है। सिम्मी अग्निहोत्री बहुत कम उम्र में प्रभु चरणों में विलीन हो गईं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सिम्मी अग्निहोत्री के चित्र पर पुष्प अर्पित कर भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी और उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री व बेटी आस्था को सांत्वना दी।

करुणा और दया की सागर थीं मेरी मां : आस्था
बेटी आस्था अग्निहोत्री ने अपनी दिवंगत माता सिम्मी अग्निहोत्री को भावपूर्ण श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि मेरी मां करुणा और दया की सागर थीं, मेरी मां अक्सर मेरे पिता जी से कहती थीं कि जब तक मैं जिंदा हूं आप कभी हार नहीं सकते हो। मेरी मां ही मेरी सब कुछ थीं। मैं जीवन में जो कर पाई उसमें मेरी मां का ही अहम योगदान था। समय अच्छा हो या बुरा उनकी आस्था हमेशा धार्मिक कार्यों में लगी रहती थी। जरूरतमंद लोगों की सहायता के लिए हर वक्त तत्पर रहती थीं। आस्था की भावुक बातें सुनकर उपस्थित महिलाओं की आंखों से भी आंसू छलक गए और कुछ देर के लिए पूरा माहौल गमगीन हो गया।
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Content Writer

Vijay