मनाली में बोले CM Jairam, कहा-3D तकनीक से लैस होगी Rohtang Tunnel

Wednesday, Sep 11, 2019 - 09:37 PM (IST)

कुल्लू (मनमिंदर): 4 हजार करोड़ रुपए की लागत से तैयार होने वाली रोहतांग टनल को थ्रीडी तकनीक से तैयार किया जाएगा। टनल के भीतर के 8.9 किलोमीटर लंबे सफर को तय करने के लिए जहां सैलानियों को महज 15 से 20 मिनट लगेंगे। वहीं टनल के भीतर प्रवेश करते ही सैलानी यहां अपनाई जाने वाली थ्रीडी तकनीक से रू-ब-रू होंगे। इस बात का खुलासा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अपने मनाली दौरे के दौरान किया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने यह लक्ष्य रखा है कि इस साल के दिसम्बर माह तक रोहतांग टनल को तैयार कर लिया जाए, साथ ही यह योजना बनाई गई है कि देश-विदेश से मनाली घूमने आने वाले सैलानियों को रोहतांग टनल का सफर हमेशा यादगार साबित हो, इसके लिए पर्यटन विभाग व रोहतांग टनल का निर्माण कार्य देख रहे बीआरओ के अधिकारियों के साथ रूपरेखा तैयार की गई है।

सैलानी करेंगे ग्लेशियर, घने जंगल और धार्मिक स्थलों की सैर

उन्होंने बताया कि रोहतांग टनल के भीतर थ्रीडी तकनीक अपनाने के लिए काम शुरू कर दिया गया है। इस तकनीक के तहत जैसे ही पर्यटक रोहतांग टनल के भीतर प्रवेश करेंगे तो उन्हें टनल के अंदर लगाई गई स्क्रीनें प्राकृतिक नजारों के साथ-साथ रोमांचित सफर की भी अनुभूति करवाएंगी। उन्होंने कहा कि टनल के भीतर सफर कर रहे लोगों को थ्रीडी तकनीक के माध्यम से ऐसा लगेगा कि व बर्फ के ग्लेशियरों के बीच से गुजर रहे हैं तो कभी उन्हें ऐसा महसूस होगा कि वे घने जंगलों के बीच से गुजर रहे हैं। यही नहीं, हिमाचल के धार्मिक स्थलों की सैर भी टनल के भीतर से गुजरते हुए लोग कर सकेंगे। हालांकि अभी इस तकनीक को अपनाने के लिए राज्य सरकार अधिकारियों के साथ रूपरेखा तैयार कर रही है लेकिन मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस बात का खुलासा किया है कि थ्रीडी तकनीक से लैस होने वाली रोहतांग टनल देश की पहली ऐसी टनल होगी।

25 दिसम्बर तक देश को समर्पित की जाएगी टनल

उन्होंने बताया कि रोहतांग टनल का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। टनल के भीतर हो रहे पानी के रिसाव वाले स्थल पर जहां कंकरीट का पुल तैयार किया जा रहा है, वहीं सरकार की यह कोशिश है कि 25 दिसम्बर तक उक्त टनल को देश को समर्पित कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि टनल के निर्माण कार्य को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार प्रदेश सरकार से इसकी जानकारी हासिल कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि रोहतांग टनल के तैयार हो जाने के बाद मनाली के साथ-साथ लाहौल-स्पीति के पर्यटन व्यवासाय को भी रफ्तार मिलेगी।

सैलानियों को साऊथ पोर्टल पर उपलब्ध होंगी विशेष बसें

उन्होंने बताया कि रोहतांग टनल की सैर करने के लिए सैलानियों को साऊथ पोर्टल पर विशेष बसें उपलब्ध करवाई जाएंगी। इस दौरान सैलानी इन बसों में बैठकर रोहतांग टनल के नोर्थपोर्टल तक पहुंचेगें और 8.9 किलोमीटर लंबी इस सुरंग के बीच थ्रीडी तकनीकी से दिखाए जाने वाले नजारों का भी लुत्फ उठा सकेंगे। उन्होंने बताया कि प्रदेश के पर्यटन कारोबार से जोड़कर जहां रोहतांग टनल को देखा जा रहा है। वहीं थ्रीडी तकनीक से टनल के भीतर कार्य शुरू करने के लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।

Vijay