CM जयराम के ड्रीम प्रोजेक्ट के विरोध में उतरी किसान संघर्ष समिति, दी यह चेतावनी

Tuesday, Nov 06, 2018 - 04:50 PM (IST)

मंडी (नीरज): बल्ह में प्रस्तावित एयरपोर्ट का बल्ह बचाओ किसान संघर्ष समिति ने एक बार फिर से विरोध किया है। विरोध जताने के लिए इन्होंने फिर से अपना एक मांगपत्र डीसी मंडी के माध्यम से प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को भेजा। यही मांगपत्र यह बीती 1 अक्तूबर को भी भेज चुके हैं लेकिन अभी तक उसका कोई जबाव इन्हें प्राप्त नहीं हुआ है। मंगलवार को बल्ह बचाओ किसान संघर्ष समिति के दर्जनों सदस्यों ने डीसी मंडी से मुलाकात की और उनके माध्यम से अपना मांगपत्र आगे भेजा। समिति के सचिव नंद लाल वर्मा और सदस्य परस राम ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि समिति एयरपोर्ट का विरोध नहीं कर रही है। मंडी जिला में एयरपोर्ट किसी ऐसे स्थान पर बनाया जाए जहां पर विस्थापन न हो। इनका कहना है कि बल्ह की उपजाऊ जमीन हजारों परिवारों की रोजी-रोटी का साधन है। 


यहां 80 प्रतिशत आबादी एससी, एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यों की रहती है। ऐसे में यदि इन्हें विस्थापित करके एयरपोर्ट बनाया जाता है तो इनके पास फिर से यहां बसने का कोई माध्यम शेष नहीं रह जाएगा। इन्होंने फोरलेन विस्थापितों का हवाला देते हुए कहा कि आज विस्थापितों को चार गुणा मुआवजे के नाम पर मात्रा दो गुणा मुआवजा दिया जा रहा है और यही हालत भविष्य में बल्ह के प्रभावितों की भी होने वाली है। इन्होंने सरकार को दशकों पहले यहां प्रस्तावित डैम के विरोध में हुए आंदोलन की याद दिलाते हुए कहा कि जिस तरह से यहां डैम नहीं बनने दिया गया था उसी प्रकार से यहां एयरपोर्ट का विरोध भी हर स्तर पर होगा। इन्होंने स्पष्ट कहा कि अगर सरकार अपने मनमाने रवैये से बाज नहीं आई तो फिर भविष्य में उग्र आंदोलन किया जाएगा।

बता दें कि बल्ह में प्रस्तावित एयरपोर्ट सीएम जयराम ठाकुर का ड्रीम प्रोजैक्ट है और इसके लिए सीएम लगातार प्रयासरत भी हैं। सीएम ने बल्ह के लोगों से सहयोग की अपील भी की है और बहुत से लोग सरकार के समर्थन में उतरे भी हैं, लेकिन बहुत से ऐसे भी हैं जो इसका विरोध कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि यहां हिमाचल का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनाने का प्रस्ताव है जहां नियमित उड़ानों के साथ बड़े हवाई जहाज उतारने का प्रावधान भी होगा।

Ekta