कारगिल विजय दिवस : सीएम जयराम ने ऑनलाइन किया शहीद स्मारक का लोकार्पण

punjabkesari.in Sunday, Jul 26, 2020 - 08:06 PM (IST)

शिमला (ब्यूरो): कारगिल विजय दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने रविवार को मंडी की इंदिरा मार्कीट में 15 लाख रुपए की लागत से निर्मित शहीद स्मारक का लोकार्पण किया। यह शहीद स्मारक 1962, 1965, 1971 तथा 1999 में कारगिल शहीदों को समर्पित किया गया है। इसमें सभी शहीदों के नाम अंकित हैं। मुख्यमंत्री ने कारगिल विजय दिवस के मौके पर मंडी में आयोजित कार्यक्रम में शिमला से वीडियो कॉन्फ्रैंसिंग के माध्यम से हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि शहीद स्मारक के चरण-2 का कार्य भी जल्द शुरू किया जाएगा।

कारगिर युद्ध में शहीद हुए थे प्रदेश के 52 बहादुर सैनिक

उन्होंने कारगिल विजय दिवस के अवसर पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि यह दिन उन शहीदों के प्रति समर्पित है जिन्होंने देश की रक्षा के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल का इतिहास अपने सैनिकों के पराक्रम, वीरता, शौर्य और बलिदानों के लिए जाना जाता है। कारगिल संघर्ष में देश के वीरों ने अपने प्राणों का बलिदान दिया। ऑप्रेशन विजय में कारगिल के वीर जवानों ने अपना शौर्य प्रदर्शित किया और इस दौरान प्रदेश के 52 बहादुर सैनिक शहीद हुए।

52 शहीद सैनिकों के परिजनों को मिलेगी 5-5 लाख की वित्तीय सहायता

जयराम ठाकुर ने कहा कि कारगिल युद्ध में 52 शहीद सैनिकों के परिजनों को 5-5 लाख की वित्तीय सहायता के अतिरिक्त 44 शहीदों के परिवारों में से एक-एक आश्रित को सरकारी रोजगार प्रदान किया गया है। इस युद्ध में अपंग हुए सैनिकों को वित्तीय सहायता भी प्रदान की गई है तथा 9 अपंग हुए सैनिकों को रोजगार उपलब्ध करवाया गया है। सरकार द्वारा सेवानिवृत्त सैनिकों के बैकलॉग कोटे को भरने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि पालमपुर स्थित सौरभ वन विहार का जीर्णोद्धार किया जाएगा जिसके लिए पर्याप्त धनराशि उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि सैनिक कल्याण बोर्ड को सुदृढ़ बनाया जाएगा।

देश की रक्षा के लिए लोगों को दिलाई शपथ

इस दौरान मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रैंसिंग के माध्यम से जुड़े लोगों को देश के गौरवमयी इतिहास की रक्षा के लिए पूर्ण रूप से समर्पित होने की शपथ दिलाई। सैनिक कल्याण और जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के वीर सैनिकों ने हर युद्ध के दौरान देश की रक्षा के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है। उन्होंने कहा कि सरकाघाट के बरच्छवाड़ में प्रदेश के युवाओं की सेना में भर्ती के लिए राज्य स्तरीय प्री-कोचिंग अकादमी की स्थापना की जा रही है।

प्रदेश के 1096 वीर सपूतों को मिला वीरता पुरस्कार

आज तक प्रदेश के 1096 वीर सपूतों को वीरता पुरस्कार प्राप्त हो चुके हैं। प्रदेश के 1,246 वीर सपूतों ने अपनी मातृ भूमि की रक्षा के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है। स्वतंत्र भारत का पहला सर्वोच्च सैन्य सम्मान परमवीर चक्र प्राप्त करने वाले मेजर सोमनाथ शर्मा हिमाचल के ही थे। कारगिल युद्ध में हिमाचल के शहीद कैप्टन विक्रम बतरा को मरणोपरांत और राइफल मैन संजय कुमार को परमवीर चक्र प्राप्त हुआ।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Vijay

Recommended News

Related News