सदन में गूंजा महिलाओं के लापता होने का मामला, CM जयराम दी ये जानकारी

Friday, Apr 06, 2018 - 12:49 AM (IST)

शिमला: हिमाचल प्रदेश से साल दर साल महिलाओं के लापता होने का मामला विधानसभा में जोर-शोर से गूंजा। विधायक राकेश सिंघा ने प्रश्न के माध्यम से महिलाओं के लापता होने पर चिंता जताई और पुलिस प्रशासन को चुस्त-दुरुस्त करने के साथ ऐसे मामलों की जांच करवाए जाने की मांग की। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने उनके प्रश्न के उत्तर में जानकारी दी कि बीते 3 साल के दौरान 214 महिलाएं लापता हुई हैं, जिनका अभी तक कोई भी सुराग नहीं मिला है। वर्ष, 2015, 2016 व 2017 में हत्या के 18 मामले भी अनट्रेस रहे हैं। हालांकि मुख्यमंत्री ने यह स्पष्ट किया है कि अन्य राज्यों की अपेक्षा प्रदेश में अपराध की दर के साथ लापता होने के बहुत कम मामले सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि गत 3 साल में पुलिस जिला बद्दी में लापता महिलाओं के मामले 12 हैं। इसी तरह जिला बिलासपुर में 10, चम्बा में 1, हमीपुर में 13, कांगड़ा में 35, किन्नौर में 1, कुल्लू में 27, लाहौल-स्पीति में 3, मंडी में 37, शिमला में 15, सिरमौर में 6 और ऊना में 23 महिलाएं लापता हैं। इनका अभी तक कोई भी सुराग नहीं मिला है। 


3 साल के दौरान हत्या के 237 मामले 
मुख्यमंत्री ने कहा कि गत 3 साल के दौरान हत्या के 237 मामले सामने आए हैं। इसमें से 58 दुर्घटना, 2 आत्महत्या तथा 9 मामले प्राकृतिक मौत के पाए गए हैं। विधायक राकेश सिंघा के अनुपूरक प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश एक छोटा, शांतिप्रिय व देवभूमि के नाम से प्रसिद्ध प्रदेश है। उन्होंने कहा कि ये आंकड़े पीड़ा का विषय हैं। उन्होंने कहा कि यह पूर्व सरकार के समय का आंकड़ा है। माकपा विधायक राकेश सिंघा ने कहा कि प्रदेश में महिलाओं के लापता होने के आंकड़े चिंताजनक हैं। प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं। सरकार ने गुडिय़ा हैल्पलाइन शुरू की है, यह हैक न हो जाए इसकी व्यवस्था की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि महिलाएं कैसे गायब हुईं, इसका सरकार पता लगाए। 

Vijay