CM व बागवानी मंत्री की मंजूरी के बगैर इटली से खरीदे सेब के पौधे

Wednesday, Aug 22, 2018 - 11:14 AM (IST)

शिमला (देवेंद्र हेटा): 1134 करोड़ के बागवानी विकास प्रौजेक्ट के तहत इस साल इटली से मुख्यमंत्री और बागवानी मंत्री (एच.एम.) की मंजूरी के बगैर 3.76 लाख सेब के पौधे आयात किए गए हैं। इन पर करीब 15 करोड़ रुपए खर्च किए गए। वर्ष 2016 से अब तक तक इटली से करीब 7.55 लाख पौधे आयात किए जा चुके हैं। प्रत्येक पौधे की कीमत लगभग 400 रुपए है। बताया जा रहा है कि आयातित पौधों में से लगभग 3 लाख पौधे सूख चुके हैं। इसमें प्रोजैक्ट के पैसे का बहुत ज्यादा दुरुपयोग किया गया है। अब सरकार होर्टीकल्चर मिशन के दोषी अफसरों की जवाबदेही सुनिश्चित करने की बात कर रही है। 

उल्लेखनीय है कि हिमाचल में सेब की नई पौध जनवरी और फरवरी माह में लगती है लेकिन बीते 3 सालों में हर बार मई और जून में सेब के पौधे आयात किए गए हैं। इस कारण इनकी सरवाइवल रेट (जीवन दर) गिर जाती है। इस बार भी जून की भयंकर गर्मी में इटली से सेब के पौधे आयात किए गए हैं। इनमें लगभग आधे पौधे सूख जाने का सरकार दावा कर रही है। बकौल बागवानी मंत्री इस साल इटली से मंगवाए गए 3.76 लाख पौधों में से 25 से 30 हजार पौधे आज भी बद्दी में कोल्ड स्टोर में रखे हुए हैं। इस तरह से आयातित पौधे करीब डेढ़ से दो माह का वक्त भारत पहुंचाने में लगा और अभी भी कुछ पौधे कोल्ड स्टोर में पड़े हुए हैं इस पर सवाल उठ रहे हैं।

कहां-कहां बांटा कंसल्टैंसी का पैसा?
विश्व बैंक द्वारा वित्त पोषित होर्टीकल्चर प्रोजैक्ट के 92.87 करोड़ रुपए कंसल्टैंसी पर बांटे गए हैं। आई.एल. एंड एफ.एस. टैक्नोलॉजिस लिमिटेड कंपनी को सबसे ज्यादा 26.08 करोड़ रुपए दिए गए हैं। इसी तरह न्यूजीलैंड इंस्टीच्यूट फोर प्लांट एंड फूड रिसर्च लिमिटेड को 18.93 करोड़ रुपए, प्राइस वाटर हाऊस कोपर प्राइवेट लिमिटेड को 14.36 करोड़ रुपए, सुत्रा कंसल्टिंग को 3.17 करोड़ रुपए, हेडी घोलेह एजफस्र्ट को 3.18 करोड़ रुपए, फ्रेंक मार्क नेडवर्स फाऊंडेशन स्टिप नीदरलैंड को 2.40 करोड़ रुपए, रेमकी एनवायरो सर्विस प्राइवेट लिमिटेड को 2.88 करोड़ रुपए, ग्रांट थ्रोनटन इंडिया एल.एल.पी. को 1.18 करोड़ रुपए, ज्वाइंट वैंचर ऑफ स्टिचिंग वेजनीगन फूड एंड बायोबेस्ड रिसर्च एंड वेजनीगन एनवायरमैंटल रिसर्च एंड गलोबल एग्री सिस्टम प्राइवेट लिमिटेड को 4.11 करोड़ रुपए, ज्वाइंट वैंचर ऑफ अकीओना इंजीनियरा अनबेल सेगुरा स्पेन-साई इंजीनियरिंग फाऊंडेशन शिमला 1.36 करोड़ रुपए तथा लांबा विज एंड को चार्टर्ड अकाऊंटैंट वुडलैंड हाऊस न्यूलैंड एस्टेट शिमला को 15 लाख रुपए विभिन्न क्षेत्रों में विशेषज्ञ राय के लिए दिए गए हैं।

Ekta