24 दिन से बंद सड़क बहाल न हाेने पर फूटा लाेगाें का गुस्सा, डीसी ऑफिस के बाहर की नारेबाजी

punjabkesari.in Wednesday, Aug 04, 2021 - 11:44 PM (IST)

धर्मशाला (कर्मपाल): धारकंडी क्षेत्र की 5 पंचायतों का जनजीवन इन दिनों बुरी तरह प्रभावित हो गया है। इन पंचायतों के लोग 12 जुलाई को हुई तेज बारिश के बाद सड़क सुविधा से वंचित होकर रह गए हैं। आलम यह है कि अब लोगों को रोजमर्रा की वस्तुओं के लिए काफी परेशानी उठानी पड़ रही है और कई किलोमीटर पैदल सफर तय करना पड़ रहा है। प्रशासन की तरफ से लोगों की सड़क संबंधी समस्या को अब तक नहीं सुलझाया गया है। इसके फलस्वरूप धारकंडी क्षेत्र के लोगों ने जिला परिषद सदस्य जोगिंद्र सिंह पंकू के नेतृत्व में बस अड्डा धर्मशाला से डीसी कार्यालय तक रोष रैली निकाली। इस दौरान लोगों ने लोक निर्माण विभाग मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। लोगों ने अपनी समस्या के संबंध में एक ज्ञापन डीसी कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल को सौंपा है।

भूस्खलन से 100 मीटर तक क्षतिग्रस्त हो गई थी सड़क

लोगों का कहना है कि 24 दिन पहले भूस्खलन से चम्बी-घेरा सड़क कैंट नाले के पास लगभग 100 मीटर तक क्षतिग्रस्त हो गई थी लेकिन अब तक विभाग ने इस सड़क को नहीं बनाया है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि 7 दिन के भीतर उस सड़क को बहाल नहीं किया जाता है तो वे डीसी कार्यालय के बाहर आमरण अनशन शुरू कर देंगे, जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।

रोजमर्रा की जरूरतों के सामान का भी पड़ने लगा अकाल

लोगों ने बताया कि सड़क बहाल न हो पाने से यहां की 5 पंचायतों करेरी, खड़ीबेही, भत्तल्ला, कुठारना व थलौता में रोजमर्रा की जरूरतों के सामान का भी अकाल पडऩे लग पड़ा है। रोगियों व गर्भवती महिलाओं के लिए यह स्थिति किसी संकट से कम नहीं है। लोगों ने कहा कि लगभग 5 हजार की आबादी वाली इन पंचायतों की सरकार व प्रशासन को कोई चिंता नहीं है, ऐसे में अब उन्हें मजबूरन अनशन जैसे कदम उठाने पड़ेंगे।

17 साल से नहीं बन पाई बसेट से घेरा सड़क

डीसी को ज्ञापन सौंपने आए लोगों ने बताया कि उक्त क्षेत्र के लिए बसेट से घेरा सड़क भी बनाई जा रही है लेकिन 17 साल बाद भी यह सड़क पूरी नहीं हो पाई है। लोगों ने बताया कि 17 साल से सड़क का 1 किलोमीटर हिस्सा फोरैस्ट क्लीयरैंस के लिए फंसा हुआ है अब तक नहीं बन पाया है। लोगों ने कहा कि यदि उक्त सड़क को भी विभाग व प्रशासन जेसीबी के माध्यम से सही कर दे तो धारकंडी क्षेत्र सड़क सुविधा की 80 प्रतिशत समस्या सुलझ सकती है।


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Content Writer

Vijay

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