देहरा में सीयू की स्थापना का रास्ता साफ, PM मोदी करेंगे शिलान्यास: अनुराग

Thursday, Dec 13, 2018 - 10:45 AM (IST)

धर्मशाला (सौरभ): कई वर्षों से राजनीति के पालने में झूल रही सैंट्रल यूनिवर्सिटी के पी.एम. मोदी के हाथों शिलान्यास से पहले इसका 70 फीसदी भाग देहरा में स्थापित करने का रास्ता साफ हो गया है। केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने देहरा में 81.79 हैक्टेयर जमीन पर सैंट्रल यूनिवर्सिटी के मेन कैंपस की स्थापना के लिए अपनी मंजूरी प्रदान कर दी है। वहीं सी.यू. का 30 प्रतिशत भाग ही धर्मशाला में बनेगा, जिसके लिए अभी पर्यावरण मंजूरी मिलनी बाकी है। सांसद अनुराग ठाकुर ने बुधवार को जारी बयान में कहा कि 11 दिसम्बर को केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने देहरा कैंपस (70 फीसदी) की सारी औपचारिकताएं पूरी करते हुए अपनी मंजूरी दे दी है। अनुराग ने कहा कि 27 अगस्त, 2015 को ही केंद्र सरकार ने देहरा में स्थित 81.79 हैक्टेयर वन भूमि में केंद्रीय विश्वविद्यालय के मुख्य कैंपस की स्थापना के प्रस्ताव को अपनी मंजूरी दे दी थी। 

सांसद ने कहा कि उस समय तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने सीधे पर्यावरण मंजूरी के लिए जरूरी सी.ए.एम.ए.पी.ए. फंड जमा नहीं किया और लगभग अढ़ाई वर्षों तक इसे रोके रखा। अनुराग ने कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि जब कांग्रेस को लगा कि चुनाव अब पास हैं तो नवम्बर, 2017 में फंड का एक हिस्सा जमा किया। इसके बाद भाजपा की सरकार ने सत्ता में आने के बाद पूरा सी.ए.एम.पी.ए. फंड जमा किया, जिसमें क्षतिपूर्ति पौधारोपण के लिए धन शामिल है। अनुराग ने सी.यू. की स्थापना में देरी के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि यदि समय रहते कांग्रेस सरकार यह फंड जमा करा देती तो अब तक देहरा में केंद्रीय विश्वविद्यालय का स्थायी कैंपस स्थापित हो गया होता। अनुराग ने देहरा में सी.यू. का रास्ता साफ होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, पर्यावरण मंत्री डा. हर्षवर्धन व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का आभार जताया है। सांसद ने उम्मीद जताई कि जल्द ही धर्मशाला में भी 30 फीसदी कैंपस की स्थापना के लिए वन मंजूरी मिल जाएगी।

सी.यू. पर पुन: तेज होगी सियासत

8 साल से शाहपुर और धर्मशाला अस्थायी कैंपस में चल रही सी.यू. को लेकर भाजपा और कांग्रेस में खासी तकरार रही है। भाजपा शुरू से ही सी.यू. का मुख्य कैंपस देहरा में स्थापित करना चाहती थी, तो कांग्रेस धर्मशाला में। इसी को लेकर इसकी स्थापना आज तक लटकी हुई है। कांग्रेस सरकार के समय धर्मशाला के पास जदरांगल में सी.यू. के लिए जमीन फाइनल की गई, लेकिन पेंच पर्यावरण मंजूरी पर फंस गया। दोनों दल इसके लिए एक-दूसरे को दोषी ठहराते रहे हैं। पिछले साल विधानसभा चुनाव के दौरान धर्मशाला में सी.यू. को लेकर सुधीर शर्मा और किशन कपूर में आरोप-प्रत्यारोप की जंग चरम पर थी। अब लोकसभा के टिकट के लिए दावेदारी कर रहे सुधीर के हाथ सी.यू. के रूप में फिर से बड़ा मुद्दा लग गया है, जबकि खाद्य आपूर्ति मंत्री किशन कपूर के लिए असहज स्थिति पैदा हो गई है। बहरहाल इस मुद्दे पर आगामी दिनों में फिर से सियासत तेज होने की उम्मीद है।

Ekta