हिमाचल में सिविल इंजीनियर ने छाप डाले 500 के नकली नोट, ऐसे हुआ पर्दाफाश

Thursday, Aug 24, 2017 - 01:02 AM (IST)

चम्बा: पंजाब पुलिस ने जिला चम्बा के एक सिविल इंजीनियर को 9 हजार रुपए के नकली नोटों सहित धर दबोचा है। पुलिस ने अपनी जांच-पड़ताल को अंजाम देते हुए बुधवार को आरोपी व्यक्ति के भटियात की ग्राम पंचायत होवार के गांव मोहरू स्थित घर में दबिश देकर नकली नोट बनाने के प्रयोग में लाया गया प्रिंटर व स्कैनर कब्जे में ले लिया है। जानकारी के अनुसार मोहरू गांव के अजय शर्मा पुत्र गिरधारी लाल के खिलाफ पंजाब के जिला पठानकोट के थाना डिवीजन नंबर 1 में नकली नोट बनाने का मामला दर्ज किया गया है। पंजाब पुलिस ने खुलासा किया है कि अजय शर्मा पिछले 6 माह से अपने घर में 500 रुपए के नकली नोट बनाने के काले कारनामे को अंजाम दे रहा था। वह अपने घर से नकली नोट बनाने के बाद पठानकोट में उन्हें चलाता था। 

पठानकोट में चला चुका है 30 हजार के नकली नोट
पठानकोट पुलिस की मानें तो उक्त व्यक्ति अब तक पठानकोट बाजार में 500-500 रुपए के 30 हजार मूल्य के नोट बना कर चला चुका है। पंजाब पुलिस की मुस्तैदी ने जहां नकली नोट बनाने व उसे बाजार में चलाने वाले को पकडऩे व उसके इस पूरे कारनामे का भंडाफोड़ करने में सफलता हासिल की है तो वहीं हिमाचल पुलिस व जिला चम्बा की गुप्तचर एजैंसियों की सक्रियता पर इस मामले से एक बड़ा सवाल खड़ा हो गया है व उनकी नींद उड़ी है। हैरानी की बात है कि भटियात की होवार पंचायत में नकली नोटों को बनाने का काम पिछले 6 माह से चला हुआ था और पुलिस व जिला की गुप्तचर एजैंसियों को इसके बारे में भनक तक नहीं लगी, ऐसे में क्या यह संभव नहीं है कि पिछले 6 माह के दौरान आरोपी व्यक्ति जिला चम्बा में ही 500 के नकली नोट लाखों की संख्या में बना कर न चला चुका हो। 

कहीं कोई और व्यक्ति भी तो शामिल नहीं
पंजाब पुलिस ने बुधवार को पठानकोट में इस मामले को लेकर जो खुलासा किया है उससे जिला के सुरक्षा व खुफिया तंत्र पर बड़ा प्रश्न चिन्ह लग गया है। पुलिस अपने स्तर पर यह बात पुख्ता करने में जुट गई है कि अजय शर्मा कब से इस कार्य को अंजाम दे रहा था और उसके साथ कोई और व्यक्ति तो शामिल नहीं है। पुलिस के लिए यह मामला आने वाले दिनों में परेशानी पैदा कर सकता है क्योंकि पहले ही प्रदेश भाजपा के निशाने पर प्रदेश का पुलिस विभाग चला हुआ है, ऐसे में मौजूदा मानसून सत्र में भाजपा के हाथों यह मामला सरकार को घेरने के लिए बटेर का काम कर सकता है। मामले की पुष्टि सिटी पठानकोट के डी.एस.पी. सुखजिंद्र ने की है।