दुकानें बनाकर देना भूली नगर परिषद, 10 वर्षों से लटके ताले

Thursday, Jul 04, 2019 - 01:00 PM (IST)

ज्वालामुखी : ज्वालाजी में नगर परिषद की कार्यप्रणाली को कुछेक लोगों ने सवालों के घेरे में लिया है। स्थानीय लोगों का आरोप है शहर में स्थित नगर परिषद की 2 दुकानों के बाहर कई वर्षों से ताला लटका हुआ है लेकिन वे आगे किसी भी व्यक्ति को नहीं दी जा रही हैं, जिस वजह से नगर परिषद को लाखों रुपए का साधन बनने या देने वाली दुकानें मात्र शोपीस बनकर रह गई हैं। हैरानी की बात यह है कि इन 2 दुकानों को लेकर नगर परिषद ये तर्क दे रही है कि इनमें एक दुकान उन्होंने अपने स्टोर के लिए रखी है जबकि एक दुकान को खाली करने का केस हाईकोर्ट में लगा हुआ है।

इस मामले को लेकर वार्ड नंबर 5 ज्वालाजी के पार्षद सुखविंद्र सिंह ने नगर परिषद के आला अधिकारियों को आड़े हाथों लेते हुए आरोप लगाया कि बीते 2 दिन पहले हुई नगर परिषद की बैठक में भी दुकानों के मामले को जोर-शोर से उठाया गया, लेकिन परिषद के कार्यकारी अधिकारी द्वारा इस बारे ढुलमुल रवैया अपनाया गया। इस पूरे मामले को लेकर हरीश कपूर, विजेंद्र, गुम्मर पंचायत के प्रधान रामलोक धनोटिया सहित अन्य ने प्रशासन से इन दुकानों के मसले को लेकर कड़ा संज्ञान लेने की बात कही है।

साथ ही मांग की है कि परिषद जल्द दुकानों की खुली नीलामी करे। दुकानों के मसले को लेकर नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी देशराज चौधरी का कहना है कि इन 2 दुकानों में एक दुकान के खाली करवाने का केस हाईकोर्ट में लगा हुआ है जबकि एक दुकान नगर परिषद ने अपने स्टोर के लिए रखी हुई है। नगर परिषद के कार्यालय का काम लगा हुआ है, जैसे ही ये पूरा होता है तो नगर परिषद इस दुकान को खाली करवाने के बाद इसकी नीलामी करवा देगा।नगर परिषद के मनोनीत पार्षद ज्योति शंकर शर्मा बब्बू का कहना है कि इन दुकानों को जल्द किराए पर दिया जाना चाहिए।

kirti