वामपंथी नेताओं की गिरफ्तारी पर बिफरी CITU

Sunday, Feb 26, 2017 - 12:13 AM (IST)

शिमला: सीटू ने शौंगठंग परियोजना में कंपनी द्वारा निकाले गए 900 मजदूरों की बहाली व सीटू नेताओं की गिरफ्तारी के खिलाफ शहर में पंचायत भवन से पावर कार्पोरेशन कार्यालय बी.सी.एस. तक रैली निकाल कर रोष व्यक्त किया। इस रैली में सैंकड़ों कार्यकत्र्ताओं ने भाग लिया, साथ ही प्रदेश सरकार, निजी कंपनी व पावर कार्पोरेशन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। रैली को सीटू के राज्य महासचिव प्रेम गौतम, कोषाध्यक्ष रमाकांत मिश्रा, सीटू जिला सचिव बाबू राम, विनोद बिरसांटा, बालक राम, शिमला शहर के उपमहापौर टिकेंद्र पंवर, किसान सभा के राज्य अध्यक्ष डा. कुलदीप तंवर, एस.एफ.आई. राज्य सचिव सुरेश सरवाल व डी.वाई.एफ.आई. शिमला शहरी कमेटी के सचिव कपिल शर्मा आदि ने संबोधित किया। शनिवार को हुए प्रदर्शन में सैंकड़ों कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।

अपने अधिकारों की बात करने पर जाना पड़ा रहा जेल
सीटू राज्य कमेटी के महासचिव प्रेम गौतम ने यहां हैरानी जताते हुए कहा कि जो लोग उच्च न्यायालय के आदेशों की अवहेलना कर रहे हैं और मजदूरों को उनके मूलभूत अधिकारों से वंचित करने के साथ ही श्रम कानूनों का उल्लंघन कर रहे हैं, उन्हें हमारी प्रदेश सरकार ने पूरी शह दे रखी है। प्रेम गौतम ने यहां आरोप जड़ा कि जो लोग अपने अधिकारों की बात कर रहे हैं उनके खिलाफ  झूठे मुकद्दमे बनाकर उनको जेलों में डाला जा रहा है। आरोप है कि यह प्रदेश सरकार की मजदूर विरोधी मानसिकता को दर्शाता है। इस आक्रोश रैली के माध्यम से सीटू ने यह चेतावनी देते हुए कहा है कि शौंगठंग के मजदूरों की लड़ाई को प्रदेशव्यापी बनाते हुए निर्णायक लड़ाई लड़ी जाएगी। 

ये थे उच्च न्यायालय के आदेश 
बता दें कि इस मसले पर उच्च न्यायालय ने बीते साल कंपनी को आदेश दिए थे कि मजदूरों के बकाया भत्तों का 3 महीनों के अंदर भुगतान किया जाए व निकाले गए मजदूरों को वापस नौकरी पर रखा जाए लेकिन अभी तक कंपनी ने इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया है, जोकि सरेआम उच्च न्यायालय के आदेशों की अवहेलना है।