सिडार वुड ऑयल पकड़ने वाले बहादुर वन रक्षक पर भी गिर सकती है गाज!

Sunday, Jan 28, 2018 - 01:43 AM (IST)

शिमला: चौपाल के शिलान जंगल में अवैध रूप से सिडार वुड ऑयल निकालने के मामले में वन विभाग ने सरांह रेंज के आर.ओ. पुरुषोत्तम ठाकुर और डिप्टी रेंजर रणवीर को संबंधित क्षेत्र से हटा दिया है ताकि दोनों वन कर्मी मामले की जांच को प्रभावित न कर सकें, वहीं डी.एफ.ओ. चौपाल की अब तक जांच में रेंज ऑफिसर, डिप्टी रेंजर सहित फोरैस्ट गार्ड की भी लापरवाही होने की बात कही जा रही है। यह दावा किया जा रहा है कि वन रक्षक ने केवल एक ही भट्ठी से सिडार ऑयल निकालने की सूचना विभाग को दी थी जबकि क्षेत्र में कई और भट्ठियां भी चल रही हैं।

विभाग को देना होगा जवाब 
इस जांच के बहाने विभाग यह मान रहा है कि क्षेत्र में बड़े स्तर पर अवैधरूप से ऑयल निकाला जा रहा है लेकिन डी.एफ.ओ. की जांच रिपोर्ट के बाद बहादुर वन रक्षक रवि शर्मा की भी मुश्किलें बढ़ सकती हैं। उन्हें भी क्षेत्र की अन्य भट्ठियों की सूचना न होने का जवाब विभाग को देना होगा। हालांकि वन मंत्री गोविंद ठाकुर ने रवि शर्मा सहित ऑयल पकडऩे वाले टीम के 4 अन्य कर्मियों की प्रशंसा की थी लेकिन वीडियो बनाकर विभाग की पोल खोलने वाले वन रक्षक रवि जांच के लपेटे में घिरते नजर आ रहे हैं। उधर, वन महकमा आगामी कार्रवाई के लिए जांच रिपोर्ट मिलने का इंतजार कर रहा है। 

यह है मामला
उल्लेखनीय है कि बीते 23 जनवरी को वन रक्षक रवि शर्मा ने 4 अन्य साथियों के साथ करीब 200 लीटर सिडार वुड ऑयल शिलान के जंगल से पकड़ा था लेकिन सिस्टम से दुखी रवि शर्मा ने इस दौरान एक वीडियो बनाकर विभाग की पोल खोल दी थी। आर.ओ. पुरुषोत्तम ठाकुर के पास सरांह रेंज का अतिरिक्त कार्यभार था। उनकी तैनाती पुलवाहल ब्लॉक में है।

सोमवार तक पूरी होगी जांच
डी.एफ.ओ. चौपाल एम.एस. चंदेल ने बताया कि सिडार वुड ऑयल मामले की जांच चल रही है। सोमवार तक जांच पूरी करके सरकार को रिपोर्ट सौंप दी जाएगी। अब तक जांच में आर.ओ., डिप्टी रेंजर और फोरैस्ट गार्ड की लापरवाही लग रही है। फौरैस्ट गार्ड ने भी केवल एक ही भट्टी की सूचना विभाग को दी थी जबकि इस क्षेत्र में कई भट्टियां चल रही हैं।