हिमाचल सहकारी बैंक के घोटाले का जल्द पर्दाफाश करेगी CID

Wednesday, Aug 22, 2018 - 11:12 PM (IST)

शिमला (राक्टा): हिमाचल सहकारी बैंक की खोलीघाट शाखा में हुए लाखों रुपए के गोलमाल का पर्दाफाश सी.आई.डी. जल्द करेगी। इस मामले में सी.आई.डी. की जांच अंतिम चरण में चल रही है। मामले की जांच के तहत सी.आई.डी. के समक्ष कई तथ्य उभर कर सामने आए हैं। इस मामले में जांच टीम कई लोगों से पूछताछ कर चुकी है। सूत्रों की मानें तो अब तक की जांच में पूरे घोटाले की सूई बैंक के एक तत्कालीन अधिकारी की तरफ घूम रही है। जांच एजैंसी ने मामले की छानबीन के तहत 3 जिलों शिमला, सोलन व सिरमौर के करीब एक दर्जन बैंकों से रिकार्ड कब्जे में लिया है।

16 लाख रुपए से अधिक का है घोटाला
यह घोटाला 16 लाख रुपए से अधिक का बताया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार छानबीन में जिस तरह के तथ्य सामने आ रहे हैं, उससे घोटाले की राशि बढ़ भी सकती है। घोटाले की तह तक जाने के लिए सी.आई.डी. ने सहकारी बैंक की खोलीघाट ब्रांच के साथ अन्य शाखाओं से भी रिकार्ड लिया है। सूत्रों के अनुसार लाखों रुपए के गोलमाल को किसान क्रैडिट कार्ड लिमिट के नाम पर अंजाम दिया है। इसके तहत प्रदेश की विभिन्न बैंकों की शाखाओं में खाताधारकों के नाम से फर्जी चैक आर.टी.जी.एस. के माध्यम से जमा करवाए गए।

ऐसे हुआ मामले का खुलासा
बैंक के खाताधारकों को जब पता चला कि उनकी लिमिट के खातों से पैसे कट रहे हैं तो उन्होंने इसकी शिकायत बैंक प्रबंधन से की। इसके बाद जब बैंक प्रबंधन ने जांच-पड़ताल की तो खुलासा हुआ कि जाली हस्ताक्षर कर इस गोलमाल को अंजाम दिया गया है, ऐसे में बैंक प्रबंधन ने पूरे मामले की जांच बिठाई तो सामने आया कि किसान क्रैडिट कार्ड के नाम पर यह घपला बैंक के ही मैनेजर ने किया है। इसके बाद बैंक प्रबंधन की तरफ से शाखा मैनेजर को निलंबित कर दिया गया।

यह है मामला
सी.आई.डी. ने एक शिकायत के आधार पर भराड़ी स्थित थाने में निलंबित बैंक मैनेजर के खिलाफ मामला दर्ज किया था। आरोप है कि बैंक शाखा के तत्कालीन एक अधिकारी ने किसान क्रै डिट कार्ड लिमिट खाताधारकों के नाम पर कुछ चैक जारी किए और बाद में स्वयं ही उनके खाते से रकम निकाल ली। बैंक प्रबंधन की तरफ से पहले उक्त गोलमाल को लेकर पुलिस में शिकायत दी गई, लेकिन बाद में मामला सी.आई.डी. के सुपुर्द कर दिया गया।

Vijay