रोक के बावजूद भी नहीं टले, बर्फबारी में जान जोखिम में डाल 8 यात्री पहुंचे चूड़धार

Tuesday, Dec 03, 2019 - 02:04 PM (IST)

नाहन(सतीश): चूड़धार चोटी पर बर्फबारी होने के बाद प्रशासन द्वारा यात्रा पर रोक लगा दी गई है। आजकल बर्फ अत्यधिक जम चुकी है और रास्ते काफी फिसलन वाले हो चुके है लेकिन फिर भी प्रतिबंध के बावजूद दिल्ली, ग्वालियर, कुरुक्षेत्र, शिमला, कसौली से 8 यात्री नौहराधार के रास्ते से चूड़धार पहुंचे है। यात्रा के दौरान दिल्ली के 3 यात्री शिवलिंग से नीचे बर्फ के बीच फंस गए। इनमें से 19 वर्षीय हिमांशु की रास्ते में तबीयत बिगड़ गई। चुडधार से समिति के सदस्य रास्ते में फंसे हुए सदस्यों को पीठ पर उठाकर चूड़धार ले आए। हिमांशु की तबीयत इतनी बिगड़ गई कि उसे बार बार खून की उल्टियां आने लगी।

यदि समय रहते इन्हें रेस्क्यू नही किया गया होता तो हिमांशु के जान को खतरा पैदा हो सकता था। बता दें कि सोमवार को इन लोगों को समिति के सदस्यों ने वापस घर भेज दिया है। आधे रास्ते तक खुद चुडेश्वर समिति के सदस्यों ने इन्हें छोड़ दिया है। इसी तरह शनिवार देर शाम को कलकता से 10 यात्रीयों का एक दल चूड़धार पहुंचा। यह दल शुक्रवार को सरांह पहुंचा था। वहां से जब यह दल चूड़धार के लिए रवाना हो रहा था तो पुलिस ने इस दल को रोक दिया। इस दल ने पहले तो पुलिस को मनाने के प्रयास किए मगर जब नहीं माने तो दल के सदस्यों ने लिखित में दिया कि यदि इनके साथ कोई अप्रिय घटना होती है तो उसके वह खुद जिम्मेदार होंगे। इसके बाद यह दल शुक्रवार को ही चूड़धार के लिए रवाना हो गया।

रास्ते में इतनी बर्फ थी कि सरांह से चूड़धार के 8 किमी लंबी यात्रा को पूरी करने में बंगाल से आए यात्रियों को दो दिनों का समय लग गया। शनिवार को देर शाम को जब यह दल चूड़धार पहुंचा तो यात्री ठंड से बेहाल थे। बताया जा रहा है कि चूड़धार में बर्फबारी के बाद सारे ढाबे बंद है। अब भंडारे की व्यवस्था भी नहीं है। समिति के सदस्य घर चले गए है। हालांकि चुडेश्वर समिति के प्रबंधक अपने सेवकों के साथ अभी चूड़धार में ही है। उन्होंने ही इन यात्रियों के लिए भोजन की व्यवस्था की। बहराल यात्री खराब मौसम के बीच अपनी जान जोखिम में डालकर चूड़धार पहुंच रहे है।

समिति के प्रबंधक बाबुराम शर्मा ने बताया कि उनका स्टाफ 12 दिन पहले घर चला गया है। उनके साथ दो सेवक है जो यात्रियों की सेवा में लगे है।लोग अपनी जान जोखिम में डालकर प्रबंधक पहुंच रहे है। इसमें प्रसाशन भी रोकने में विफल लग रहा है। रविवार को बड़े मुश्किल करके लड़कों को रेस्क्यू किया गया। इन्होने यात्रियों से अपील कि है की अब अगले वर्ष तक प्रबंधक की यात्रा न करें। यहां पर बर्फ बहुत ज्यादा है रास्ते सारे फिसलन वाले हो गए है।

 

kirti