हिमाचल में बच्चों को पिलाई जा रही दो बूंद जिंदगी की, कहीं कोई बच्चा छूट न जाए(Video)

Sunday, Jan 19, 2020 - 02:09 PM (IST)

ऊना(अमित): ऊना जिला में आज पल्स पोलियो अभियान चलाया गया। डीसी ऊना संदीप कुमार ने आयुर्वेदिक अस्पताल से अभियान का शुभारंभ किया। वहीँ जिलाभर में विभिन्न विभागों और स्वंयसेवी संस्थाओं के सहयोग से बच्चो को पोलियो की दवा पिलाई गई। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला ऊना में पांच वर्ष की आयु तक के लगभग 55 हजार बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। पल्स पोलियो अभियान में स्वास्थ्य विभाग, आयुर्वेद विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग तथा शिक्षा विभाग के 1556 कर्मचारी व अधिकारी तैनात रहे। इसके साथ-साथ 144 सुपरवाइजर भी लगाए गए। जिला ऊना में बच्चो को दवा पिलाने के लिए जिला में 365 बूथ स्थापित किए गए, जिनमें से 342 ग्रामीण क्षेत्रों, 8 मोबाइल बूथ तथा 14 ट्रांजिट प्वाइंट बूथ स्थापित किए गए थे। इसके साथ ही जिला के सभी प्रमुख मंदिरों और हिमाचल में प्रवेश करने वाले 7 एंट्री प्वाइंट पर भी ट्रांजिट बूथ लगाए गए, जहां पर बसों से हिमाचल प्रदेश में प्रवेश करने वाले 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों को दवा पिलाई गई।

सिरमौर
पल्स पोलियो अभियान के तहत सिरमौर जिला में करीब 60 हजार बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के धगेड़ा ब्लॉक के तहत पल्स पोलियो अभियान का शुभारंभ नाहन में बीएमओ डॉ मनीषा अग्रवाल ने किया। पल्स पोलियो अभियान के तहत 0 से 5 वर्ष तक की आयु के बच्चों को यह पोलियो ड्रॉप्स पिलाई जा रही है। मीडिया से बात करते हुए डॉक्टर मनीषा ने बताया कि धगेड़ा ब्लॉक के तहत 98 बूथों पर 12540 बच्चोंं को यह दवा पिलाई जा रही है उन्होंने कहा कि किसी कारणवश अभियान से छूटे बच्चों को 20 और 21 जनवरी को स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर पोलियो की दवा पिलाएंगे। इस अभियान के तहत जिला भर में 2152 कर्मचारी तैनात किए गए हैं ताकि कोई भी बच्चा इस अभियान से अछूता ना रहे। हालांकि भारत पोलियो मुक्त हो चुका है परंतु पोलियो के फैलने की कोई सम्भावना न रहे इसके लिए हर वर्ष यह अभियान चलाया जाता है।

कुल्लू
कुल्लू जिला में भी 19 जनवरी को 5 साल तक के सभी बच्चों को पोलियो की दवाई पिलाई जार रही है । इस अभियान में 5 साल तक के सभी बच्चों को कवर करने के लिए आवश्यक तैयारियां की गयी हैं। जिला में इस आयु वर्ग के लगभग 35 हजार बच्चों को दवाई पिलाई जाएगी। इसके अलावा बाहर से आने वाले बच्चों को भी यह खुराक पिलाई जा रही है। अभियान के दौरान जिले भर में कुल 401 बूथ स्थापित किए गए हैं, जिन पर 1604 कर्मचारी अपनी सेवाएं दें रहे है। अभियान की निगरानी के लिए 89 सुपरवाइजर तैनात किए गए हैं। जिले के सभी प्रवेशद्वारों, बस स्टैंडों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर भी बूथ स्थापित किए गए है।

कांगड़ा
कांगड़ा में सघन पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान का डीसी कांगड़ा राकेश कुमार प्रजापति ने जोनल अस्पताल धर्मशाला में शुभारंभ किया। जिला प्रशासन की मानें तो अभियान के तहत 1.24 लाख से अधिक 0 से 5 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों को पल्स पोलियो की दवाई पिलाई जाएगी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला कांगड़ा में 1070 पोलियो बूथ तथा 26 ट्रॉजिट पॉइंट (बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन) 220 अति जोखिम भरे स्थल (झुग्गी झोंपड़ी, ईंट के भट्टे, भवन निर्माण स्थल) में पोलिंग बूथ लगाए गए, जिनमें पोलियो की बूंदें पिलाई जाएंगी। इसके लिए जिला भर में 4280 टीम के सदस्य नियुक्त कर दियेे गये हैं तथा 213 सुपरवाईजरों की देख-रेख में यह सदस्य कार्य कर रहे हैं। जो बच्चे रविवार को छूट जाएंगे उन्हें सोमवार व मंगलवार को घर-घर जाकर पोलियो की दवाई पिलाई जाएगी। डीसी कांगड़ा राकेश कुमार प्रजापति ने कहा कि आज जिला कांगड़ा में 0 से 5 वर्ष तक के 1.24 लाख से अधिक बच्चों को पल्स पोलियो दवाई पिलाने का लक्ष्य है। हमारी कोशिश हो रही है बच्चे घरों से बाहर आ जाएं और शत प्रतिशत कवरेज हो। जो बच्चे आज छूट जाएंगे तो कल और परसों हाउस टू हाउस ड्राइव होगी, जिसमें बच्चों को पल्स पोलियो दवाई पिलाई जाएगी। हमारा प्रयास है कि झुग्गी-झोपडिय़ों व माइग्रेटिड बच्चों को भी अभियान में शामिल किया जाए, ताकि सौ फीसदी अचीवमेंट की जा सके।

kirti