विकास से कोसों दूर ये गांव, पढ़ाई के लिए रोजाना 10KM पैदल सफर कर रहे बच्चे

Tuesday, Aug 06, 2019 - 12:26 PM (IST)

चुवाड़ी : सड़कें किसी भी क्षेत्र की जीवन रेखाएं मानी जाती हैं और किसी भी स्थान के विकास के पैमानों को सड़कों की लंबाई, यातायात की सुविधा, स्वास्थ्य सेवाओं की हर गांव तक पहुंच और अच्छी शिक्षा व्यवस्था के रूप में देखा जाता है परंतु चुवाड़ी क्षेत्र की बनेट पंचायत का प्रियुंगल गांव अभी भी इन सुविधाओं से वंचित रहकर विकास की दृष्टि से कोसों दूर है। इस गांव में वर्षों पहले एक प्राथमिक स्कूल खोला गया था और 5वीं कक्षा के उपरांत बच्चों को माध्यमिक व उच्च शिक्षा के लिए रोजाना 10 किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ता है। चढ़ाईनुमा पैदल रास्ते की हालत भी इस कद्र खस्ता है कि उस पर चलना-फिरना मुश्किल हो रहा है।

क्षेत्र के लोगों का कहना है कि वन विभाग द्वारा वर्षों पहले आने-जाने के लिए जंगल के बीचोंबीच पैदल रास्ते का निर्माण किया गया था जो अब खस्ताहाल हो चुका है। स्थानीय लोगों मनोहर लाल, सुरेश कुमार, मघर सिंह, पृथी चंद व चंद्र कुमार का कहना है कि स्कूल जाते छोटे बच्चों के अलावा बीमार व वृद्ध भी इलाज के लिए इसी पगडंडीनुमा रास्ते से चुवाड़ी पहुंचते हैं और वापसी का सफर चढ़ाईनुमा है। ऐसे में बीमार व्यक्ति को घर पहुंचने में काफी परेशानी उठानी पड़ती है। कई बार आपातकाल आदि की स्थिति पैदा हो जाने पर कई मरीजों को पीठ पर उठाकर बनेट तक पहुंचाने की व्यवस्था करनी पड़ती है। लोगों ने सरकार व विभाग से मांग की है कि उनके गांव को सड़क सुविधा से जोड़ा जाए।

Edited By

Simpy Khanna