प्राइवेट स्कूलों में बच्चे पढ़ाए तो कटेगा बी.पी.एल. सूची से नाम

Thursday, May 04, 2017 - 01:03 AM (IST)

भोरंज: बी.पी.एल. परिवारों को अपने बच्चे सरकारी स्कूल में पढ़ाने होंगे अन्यथा ऐसे परिवारों का नाम बी.पी.एल. सूची से काटा जाएगा। इससे पहले पंचायत प्रतिनिधि अपने-अपने वार्डों में जाकर ऐसे परिवारों की सूची बनाकर पंचायत प्रधान को सौंपेंगे। इसके अलावा संपूर्ण स्वच्छता को लेकर ग्रामीणों को सख्त हिदायत दी गई कि सड़कों, ग्रामीण रास्तों और सड़कों में गंदा पानी फैंकने वालों के खिलाफ पंचायत जुर्माना करेगी। यह निर्णय झरलोग पंचायत की ग्राम सभा की बैठक में लिया गया।

बैठक में विकास कार्यों पर की चर्चा 
ग्राम सभा की बैठक पंचायत प्रधान नरेश ठाकुर की अध्यक्षता में पंचायत घर के प्रांगण में हुई, जिसमें सभी वार्डों के ग्रामीणों ने भाग लिया। सर्वप्रथम पंचायत में 14वें वित्त आयोग के तहत मिली राशि से हुए विकास कार्यों पर चर्चा की गई जिस पर ग्रामीणों ने अपनी सहमति जताई। इसके अलावा ग्रामीणों ने नलों में पानी न आने की समस्या को पंचायत प्रतिनिधियों के समक्ष उठाया और समस्या को सिंचाई एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को अवगत करवाने का निर्णय लिया गया। 

प्राइवेट स्कूलों में बच्चे पढ़ाने वाले बी.पी.एल. में पात्र नहीं
बैठक में निर्णय लिया गया कि पंचायत में बी.पी.एल. के परिवार अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में पढ़ाकर बेहद फीस दे रहे हैं, ऐसे में उक्त परिवार बी.पी.एल. में पात्र नहीं हैं। सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि प्राइवेट स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने वाले बी.पी.एल. परिवारों की लिस्ट सभी पंचायत प्रतिनिधि अपने-अपने वार्ड में जाकर तैयार करेंगे। बच्चों को सरकारी स्कूल की बजाय प्राइवेट स्कूल में पढ़ाने वाले बी.पी.एल. परिवारों के नाम बी.पी.एल. सूची से काटे दिए जाएंगे। 

ग्राम सभा में आकर दें ग्रामीण सुझाव
पंचायत प्रधान नरेश ठाकुर ने ग्राम सभा की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि ग्राम सभा ही पंचायत के विकास का आधार होती है। ग्रामीणों की सहभागिता के कारण ग्रामीण विकास में तेजी लाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक ग्रामीण ग्राम सभा में आकर विकास कार्यों के अपने सुझाव दें।