क्षेत्रीय अस्पताल सोलन का हाल, बच्चों के वार्ड में अब भर्ती किए जा रहे युवा

Sunday, Oct 07, 2018 - 09:22 AM (IST)

सोलन : क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में शिशुओं के वार्ड में अब युवाओं को भी दाखिल किया जा रहा है। इससे न केवल बच्चों में इन्फैक्शन फैलने का खतरा बढ़ गया है बल्कि वार्ड में नन्हे शिशुओं के साथ एडमिट प्रसूता महिलाओं को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल प्रशासन ने बिना किसी नोटिफिकेशन के ही नियमों को बदल कर यह कारनामा कर दिया है।

गौरतलब है कि किसी भी अस्पताल के चिल्ड्रन वार्ड में 28 दिन के शिशु से लेकर 13 वर्ष तक के बच्चों को दाखिल किया जा सकता है। 14 वर्ष के ऊपर के युवाओं को सामान्य वार्ड में रखा जाता है। हैरानी की बात है कि क्षेत्रीय अस्पताल में अस्पताल प्रशासन द्वारा नियमों को बदलकर पिछले कुछ दिनों से चिल्ड्रन वार्ड में 18 वर्ष के कम आयु के सभी युवाओं और बच्चों को एक साथ भर्ती किया जा रहा है। इससे न केवल नन्हे मरीज व तीमारदार परेशान हो रहे हैं बल्कि वार्ड में भीड़ बढ़ने से चिकित्सकों व अन्य कर्मचारियों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

बच्चों को दूध पिलाने में हिचकिचा रहीं माताएं
शिशु वार्ड में छोटे बच्चों व नवजात बच्चों को रखा जाता है, वहीं प्रसूता महिलाएं जिनके नन्हे बच्चे यहां एडमिट हैं, भी यहीं पर रखी जाती हैं। समय-समय पर बच्चों को दूध पिलाना पड़ता है लेकिन वार्ड में भर्ती युवाओं के कारण महिलाएं बच्चों को दूध पिलाने में भी हिचकिचा रही हैं। नन्हे बच्चों में किसी भी तरह का इन्फैक्शन फैलने की संभावनाएं सबसे अधिक होती हैं और वार्ड में विभिन्न बीमारियों से पीड़ित युवाओं के कारण बच्चों में इन्फैक्शन का खतरा कई गुणा बढ़ गया है। बच्चों के अलावा युवाओं 
को भी वार्ड में भर्ती करने से यहां भीड़ बढ़ गई है और सभी बैड भर गए हैं।

kirti