यहां बच्चों को खुद बनाना पड़ रहा खाना, 7 साल से कुक का पद खाली

Friday, Aug 16, 2019 - 02:18 PM (IST)

चम्बा : शिक्षा खंड पांगी के दायरे में आने वाले राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला साच स्कूल के ब्वायज होस्टल में रहने वाले छात्रों को अपना खाना स्वयं बनाना पड़ रहा है। होस्टल में मात्र दो कर्मचारी सहित होस्टल वार्डन ही तैनात है। हालात यह हैं कि होस्टल में पिछले 7 सालों से कुक का पद खाली चल रहा है। इसके बावजूद स्कूल प्रबंधक और शिक्षा विभाग इस पद को भरने के लिए कोई कदम नहीं उठा रहा है। हालांकि होस्टल में कुक की तैनाती को लेकर अभिभावक, शिक्षा विभाग व होस्टल प्रबंधक से मिल चुका उसके बावजूद भी होस्टल में कुक की तैनाती नहीं की गई है जिसका खमियाजा होस्टल में रहने वाले 30 छात्रों को उठाना पड़ रहा है।

स्कूल में पढ़ाई करने के बाद छुट्टी कर होस्टल आते हैं तो उन्हें आराम करने से पहले अपने लिए खाना बनाने का इंतजाम करना पड़ता है। इस होस्टल में छठी कक्षा से जमा-दो की कक्षा तक विद्यार्थी रहते हैं, ऐसे में अगर चाहे छोटा हो या बढ़ा उसे खाना बनाना पड़ता है। ऐसे में छात्र होस्टल में पढ़ाई भी नहीं कर पा रहे हैं। होस्टल के वार्डन ने छात्रों की रूटीन वाइज खाना बनाने के लिए ड्यूटी लगाई है जिसमेंं 5 छात्र 1 दिन खाना बनाते हैं जबकि दूसरे दिन 5 बच्चे खाना बनाते हैं। प्रदेश सरकार स्कूली बच्चों को देश का भविष्य मानता है मगर उक्त पाठशाला के तहत आने वाले इस होस्टल के बच्चों को पढऩे की बजाए पेट भरने के लिए चुल्ला चौका कर खाना बनाना पड़ रहा है।

अभिभावकों ने बताया कि उक्त होस्टल में पिछले कई सालों से खाली पड़े कुक के पद को भरने की ओर स्थानीय प्रशासन व शिक्षा विभाग ने कोई ध्यान नहीं दिया है। इसको लेकर अभिभावकों में काफी रोष है। उन्होंने बताया कि सरकार जनजातीय क्षेत्रों में विकास के नाम पर घोषणा तो करते हैं मगर पांगी जैसे क्षेत्र में देखा जाए तो मात्र लोगों को अश्वासन ही मिला है। उन्होंने शिक्षा विभाग व जिला प्रशासन से मांग की है कि उक्त समस्या को ध्यान में रखते हुए जल्द समाधान किया जाए।

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Simpy Khanna