मरने के बाद भी 5 लोगों को जिंदगी दे गया दुलारा

Friday, Jan 20, 2017 - 11:04 PM (IST)

शिमला: कुछ लोग ऐसे होते हैं जो मरने के बाद भी लोगों के जीवन में रोशनी बिखेरते हैं। ऐसा ही एक बच्चाथा जिसने मौत के बाद 5 लोगों को जिंदगी दी। हाल ही में ऐसा ही उदाहरण चंडीगढ़ के पी.जी.आई. में उस समय देखने को मिला है जब 14 साल के बच्चे की सिरदर्द के चलते मौत हुई तो उसके माता-पिता जोकि दोनों एक चिकित्सक परिवार से संबंध रखते हैं और वर्तमान में शिमला के आई.जी.एम.सी. में चिकित्सक के  पद पर कार्यरत हैं, ने एक मिसाल पेश करते हुए अपने बेटे की मौत होने पर उसकी दोनों आंखें, गुर्दे व एक लिवर दान के रूप में प्रदान किए हैं। शरीर के इन अंगों से 3 बच्चों व 2 अन्य युवकों को नया जीवनदान मिला है।

शिमला के एक निजी स्कूल में कर रहा था पढ़ाई
आशित नामक बच्चा शिमला के एक निजी स्कूल में पढ़ाई कर रहा था। स्कूल की छुट्टियां होने के चलते वह अपनी नानी के घर जम्मू गया था। अचानक सिर में दर्द के चलते वह बीमार हो गया और जम्मू में उसे एक अस्पताल में चिकित्सक को दिखाया गया। उसके बाद 12 जनवरी को उसे पी.जी.आई. चंडीगढ़ लाया गया, जहां पर चिकित्सक ने उसे मृत घोषित किया। वहीं 17 जनवरी को माता-पिता ने उसके सभी अंग अस्पताल में दान कर दिए। अभिभावकों ने कहा कि बच्चे की जान तो नहीं बच पाई लेकिन इसकी वजह से अगर किसी अन्य बच्चे की जिंदगी बच जाए तो इससे बड़ी समाजसेवा कुछ भी नहीं हो सकती है। 

पेरैंटस ने कहा-हमारे लिए हीरो था बेटा
माता-पिता का कहना है कि वह हमारे लिए एक तरह से हीरो था। स्कूल में वह टेबल टैनिस खेलने में सबसे ज्यादा रुचि रखता था। टेबल टैनिस खेलने का उसे बहुत शौक था। जब कोई उससे अपने जीवन के लक्ष्य के बारे में पूछता था तो उसका कहना था कि वह टेबल टैनिस में अपना व अभिभावकों का नाम रोशन करेगा। उनका बेटा दूसरों की सेवा के लिए भी हमेशा तत्पर रहता था। यह बच्चे के माता-पिता के लिए ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश के लिए खुशी की बात है कि एक बच्चे की मौत होने पर 5 लोगों को नई जिंदगी मिली है।