Watch Video: CM जयराम ठाकुर के परिवार का लाइफ स्टाइल, सादगी की मिसाल

Saturday, Dec 30, 2017 - 01:53 PM (IST)

करसोग (यशपाल गुप्ता): ग्रामीण पृष्ठभूमि व सादगी भरा जीवन जहां मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की पहचान है, वहीं उनका परिवार भी राजनीतिक चकाचौंध व सत्ता के मोह से कोसों दूर है। किसान परिवार में जन्मे जयराम ठाकुर का परिवार उनके मुख्यमंत्री बनने से जहां बेहद खुश है, वहीं ग्रामीण परिवेश व सादगी भरा जीवन उनकी खुशियों को दोगुना कर रहा है। मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह सम्पन्न होने के बाद उनके पैतृक गांव तांदी सहित पूरे सराज में जश्न का माहौल है लेकिन इस जश्न के बीच मुख्यमंत्री का परिवार खेतों की सुध लेने में जुट गया है। मुख्यमंत्री के बड़े भाई बीर सिंह बागवान हैं जबकि उनके सबसे बड़े भाई नंत राम बागवान होने के साथ-साथ लकड़ी व पत्थर के एक कुशल मिस्त्री भी हैं। इन दिनों दोनों ही भाई सेब की बेहतर फसल की उम्मीद को लेकर बगीचे में सेब के पौधों की काट-छांट करने के अलावा अन्य आवश्यक कार्यों में व्यस्त हैं। 


मवेशियों की देखभाल करना दिनचर्या का अहम हिस्सा 
खुशियों का जश्न मनाने के बाद मुख्यमंत्री के दोनों भाई बगीचे में खूब पसीना बहा रहे हैं। उनकी पत्नियां भी उनका सहयोग करते हुए जहां खेतों व बगीचे की सुध ले रही हैं, वहीं मवेशियों की देखभाल करना उनकी दिनचर्या का अहम हिस्सा है। मवेशियों को समय पर चारा डालना तथा पानी पिलाने के अलावा गऊशाला की सफाई करने की जिम्मेदारी घर की महिलाएं बखूबी निभा रही हैं। वर्ष 1998 में पहली मर्तबा विधानसभा चुनाव लड़कर विधानसभा पहुंचे गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाले जयराम ठाकुर के परिवार को सत्ता का मोह अपनी ओर आकर्षित नहीं कर पाया। ठाकुर प्रदेश मंत्रिमंडल में मंत्री भी रहे लेकिन उनके परिवार की सादगी और ग्रामीण परिवेश से लगाव में कोई बदलाव तक नहीं आया। 


पत्थर तराशने में व्यस्त हैं जयराम के बड़े भाई
मुख्यमंत्री के सबसे बड़े भाई नंत राम मकान बनाने में इस्तेमाल होने वाले पत्थरों को तराशने में व्यस्त हैं। घर के निर्माण कार्य के अलावा अपने बगीचे की देखरेख करना उनकी दिनचर्या का अहम हिस्सा है। बकौल नंत राम मिस्त्री का कार्य उन्हें विरासत में मिला है तथा वह 17 वर्ष की उम्र से मिस्त्री का काम कर रहे हैं। उन्होंने अपने पिता के साथ मिलकर लोगों के लिए दर्जनों आशियाने बनाए हैं। छोटे भाई के मुख्यमंत्री बनने से जहां वह बेहद खुश हैं, वहीं उन्हें विश्वास है कि उनका छोटा भाई प्रदेश के विकास में नए आयाम स्थापित करेगा।


दूसरे भाई कर रहे बगीचे में कांट-छांट
मुख्यमंत्री के दूसरे बड़े भाई बीर सिंह अपने छोटे भाई के मुख्यमंत्री बनने के बाद बगीचे में पसीना बहा रहे हैं। सेब के पौधों की काटछांट करने के अलावा पौधों में खाद डालने व उनकी देखरेख में जुटे हुए हैं। बकौल बीर सिंह का जन्म किसान परिवार में हुआ है तथा अपने खेत व बगीचे से उन्हें बेहद लगाव है। उनका मानना है कि प्रदेश को एक ईमानदार व मेहनती मुख्यमंत्री मिला है जिसका प्रदेश की जनता को लाभ मिलेगा।



मां सुबह उठकर जलाती है चूल्हा
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की माता ब्रिकमू देवी रोजाना की तरह सुबह 6 बजे उठकर सबसे पहले चूल्हा जलाकर रसोई की साफ-सफाई करती हैं। तकरीबन 80 वर्षीय ब्रिकमू देवी अपने बेटे के मुख्यमंत्री बनने से जहां सबसे ज्यादा खुश हैं, वहीं लाडले के मुख्यमंत्री बनने के बाद भी उनकी दिनचर्या चूल्हा जलाने के बाद ही शुरू होती है। जयराम ठाकुर के मुख्यमंत्री बनने के बाद भी परिवार की जीवनशैली जस की तस है तथा खुशियों का जश्न मनाने के बाद परिवार दोबारा से बागवानी व खेतीबाड़ी में जुट गया है।