दिल्ली से लौटने के बाद CM जयराम के बदले तेवर, अधिकारियों को दे डाली ये सलाह

Saturday, Jul 21, 2018 - 08:55 AM (IST)

शिमला: नई दिल्ली में केंद्रीय नेताओं एवं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मिलने के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के तेवर शुक्रवार को बदले-बदले नजर आए। मुख्यमंत्री की घोषणाओं, केंद्रीय योजनाओं, ई-मेल, केंद्रीय व राज्य योजनाओं के लाभार्थियों तथा बजट भाषण 2018-19 में 30 नई योजनाओं की प्रगति को लेकर आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को टालमटोल की नीति छोड़ गंभीरता से काम करने की सलाह दी। उन्होंने अधिकारियों को खुलकर काम करने और नया आइडिया लाने को कहा ताकि सरकार तय लक्ष्यों को निर्धारित समय में पूरा करने के अलावा लीक से हटकर भी काम कर सके। इस तरह मुख्यमंत्री ने तबादलों से निराश अधिकारियों को अपने भाषण की घुट्टी पिलाई।


घोषणाओं का पूरे दिल से कार्यान्वयन करने के दिए निर्देश
उन्होंने कहा कि राज्य के लोगों को प्रदेश सरकार से बहुत सी अपेक्षाएं हैं,  ऐसे में अधिकारियों और कर्मचारियों का दायित्व है कि सरकार के इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए प्रतिबद्धता के साथ काम करें। उन्होंने सभी विभागाध्यक्षों एवं प्रशासनिक सचिवों को सरकार की तरफ से की गई घोषणाओं का पूरे दिल से कार्यान्वयन करने के निर्देश दिए। उन्होंने विभागों को बेहतर तालमेल के साथ काम करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पहले ही दिन से एक स्पष्ट उद्देश्य और लक्ष्य के साथ कार्य कर रही है। 


अब 6 माह के टारगेट पर फोकस
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का अगला लक्ष्य 6 माह के लिए की घोषणाओं को पूरा करना है। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण), प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण), प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) तथा स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) जैसी सभी केंद्रीय योजनाओं का प्रभावी कार्यान्वयन किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हिमाचल को खुले में शौचमुक्त घोषित किया गया है लेकिन शहरी क्षेत्रों में बेहतर बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिमाचल प्रदेश को देश का स्वच्छ एवं आदर्श राज्य देखना चाहते हैं। स्वच्छ भारत अभियान को आम लोगों, स्वयंसेवी संस्थाओं, स्वयं सहायता समूहों तथा अन्य स्वैच्छिक संगठनों को शामिल कर इसे एक जनांदोलन बनाया जाना चाहिए। इस दौरान उन्होंने ई-समाधान पोर्टल भी लॉन्च किया।


शिमला-धर्मशाला स्मार्ट सिटी प्रोजैक्ट पर विशेष ध्यान
मुख्यमंत्री ने शिमला-धर्मशाला स्मार्ट सिटी प्रोजैक्ट पर विशेष ध्यान देने को कहा। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी प्रोजैक्टों के तहत 4,363 करोड़ रुपए की 112 परियोजनाओं की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट निर्माणाधीन है और इसे शीघ्र अंतिम रूप दिया जाना चाहिए। भारत सरकार की तरफ से शुरू की गई अमृत योजना पर कार्य में तेजी लाई जानी चाहिए। राज्य की 19 मंडियों को ई-नाम के अंतर्गत लाया गया है और शीघ्र अधिक मंडियों को इसमें शामिल किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य की 2,994 पंचायतों में भारत नैट परियोजना चरण-2 के अंतर्गत ब्रॉडबैंड कनैक्टीविटी प्रदान की जा जुकी है। शेष पंचायतों को शीघ्र यह सुविधा प्रदान करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।

Vijay