PICS: चंबा में बर्फ ‘भारी’, 39 सड़कें बंद, पटरी से उतरी जिंदगी

Wednesday, Jan 18, 2017 - 03:01 PM (IST)

चंबा: चंबा के कई क्षेत्रों में मंगलवार को भारी हिमपात होने से वहां का जनजीवन पूरी तरह से पटरी से नीचे उतर गया है। जिला चंबा की करीब 60 पंचायतों के दायरे में आने वाले सैंकड़ों गांव अंधेरे में डूबे हुए हैं। सड़कों की बात करें तो जिला चंबा की करीब 30 सड़कें बर्फबारी के कारण बंद पड़ी हुई हैं। सबसे अधिक सड़कें चंबा, भरमौर, डलहौजी व सलूणी की बंद पड़ी हैं। ऐसे में रोजमर्रा से संबंधित सामग्री की आपूर्ति नहीं हो पा रही है तो जमा देने वाली ठंड के बीच अंधेरा होने से लोगों की परेशानी में भी इजाफा हुआ है। जिला के भरमौर, चुराह, सलूणी, डल्हौजी व चंबा उपमंडल के दायरे में आने वाले कई क्षेत्रों में मंगलवार को पूरा दिन रुक-रुक कर बर्फबारी होती रही। ऐसे में जिन क्षेत्रों में अधिक बर्फबारी होती रही, वहां पर बिजली बोर्ड अपने कार्य को सफलतापूर्वक अंजाम देने में सफल नहीं हो पाया।  


डलहौजी में होती रही बर्फबारी
डलहौजी की बात करें तो यहां भी दिनभर जमकर बर्फबारी का दौर जारी रहा। ऐसे में डलहौजी आए सैलानी खुद को होटलों में बंद रखने के लिए मजबूर रहे। हालांकि सुबह के समय मौसम रुका हुआ था जिसके चलते सैलानियों ने बर्फ का खूब आनंद लिया लेकिन दोपहर बाद फिर से मौसम ने अपना कड़ा रुख दिखाया जिसके चलते हर तरफ बर्फबारी होती रही। पिछले करीब 10 दिनों से डल्हौजी उपमंडल मुख्यालय शेष विश्व के साथ सड़क सुविधा से कटा हुआ है। एच.आर.टी.सी. की बस सुविधा बंद पड़ी हुई है तो वहीं यहां के टैक्सी चालकों के साथ दुकानदारों का धंधा मंगलवार को भी पूरी तरह से बंद रहा। सोमवार को भारी बर्फबारी के कारण डलहौजी में फंसे पर्यटकों ने जब अपनी गाड़ियों के माध्यम से यहां से निकलने का मंगलवार को प्रयास किया तो विभिन्न स्थानों पर बर्फ में गाड़ियों को फंसा हुआ देखा गया।


गाड़ियों को बर्फ से निकालने के लिए खूब की मशक्कत
ऐसे में लोगों की मदद से पर्यटकों ने अपनी गाड़ियों को बर्फ से निकालने के लिए खूब मशक्कत की। स्थानीय टैक्सी चालकों का कहना था कि शायद यह पहला देश का ऐसा हिल स्टेशन है जहां पर बर्फबारी धंधे को चमकाने की बजाय उसे मंदा करने का काम कर रही है। इसका कारण यह है कि डलहौजी की सभी सड़कें बर्फबारी के चलते बंद पड़ी हुई हैं। यहां तक की लहौजी को शेष विश्व के साथ जोड़ने वाला लहौजी-बनीखेत मार्ग भी वाहनों की आवाजाही के लिए सुरक्षित नहीं है। मंगलवार को जिला के निचले क्षेत्रों में शाम को बारिश का दौर फिर से शुरू हो गया तो सुबह से ही बादलों के आसमान पर छाए रहने से लोग सूर्य के दर्शन नहीं कर पाए। मंगलवार को समूचा जिला कड़ाके की ठंड व बर्फबारी की चपेट में रहा। 


कहां कितनी सड़कें बंद
जानकारी के अनुसार मंगलवार को जिला की कुल 39 सड़कें बंद रहीं। इनमें डलहौजी की 6, चंबा की 5, भरमौर की 10, पांगी की 10 व सलूणी उपमंडल की 8 सड़कें बंद रहीं। ऐसे में उक्त क्षेत्रों के लोगों को अपने आवश्यक कार्यों के लिए पैदल ही दूरी तय करने के लिए मजबूर होना पड़ा।


कौन-कौन से क्षेत्र अंधेरे में डूबे
जानकारी के अनुसार समूचे जिला के 110 के करीब बिजली के ट्रांसफार्मर बंद पड़े हैं। सोमवार तक इनका आंकड़ा 200 के करीब था। बिजली बोर्ड की मानें तो उसने 100 के करीब बिजली के ट्रांसफार्मरों को चालू कर उसके दायरे में आने वाले गांवों को फिर से रोशन कर दिया है तो शेष बचे ट्रासफार्मरों को भी चालू करने की दिशा में प्रभावी कार्रवाई जारी है। बिजली बोर्ड मंडल चम्बा के दायरे में आने वाले उपमंडल तीसा में 30, भरमौर में 30 तो राख में 15, भरमौर में 20 तो लहौजी मंडल के दायरे में आने वाले सलूणी में 15 के करीब बिजली के ट्रांसफार्मर बंद पड़े हैं।