अंतर्राष्ट्रीय मिंजर मेले का विधिवत तरीके से हुआ समापन, मुख्यमंत्री को किया 10 लाख रुपए का चैक भेंट

Monday, Aug 06, 2018 - 05:56 PM (IST)

चम्बा (प्रिंस अमृतपाल): 29 जुलाई से 5 अगस्त तक चलने वाले अंतर्राष्ट्रीय मिंजर मेले का सोमवार को विधिवत तरीके से समापन हुआ। जिसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। उन्होंने  मिंजर मेले के समापन समारोह के अवसर पर मेला समिति के आयोजकों को सम्मानित किया। प्रशासन द्वारा इस बार उन सभी मेधावी छात्रों को सम्मानित किया गया जिन्होंने  परीक्षाओं में अपने-अपने स्कूल का नाम हिमाचल में रोशन किया है, साथ ही उन अधिकारियों को भी सम्मानित किया गया जिन्होंने मिंजर मेले के उपलक्ष्य में अपनी अहम भूमिका निभाई। मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में सभी लोगों को मुबारिकबाद देते हुए कहा कि चम्बा जिला में मनाए जाने वाले मिंजर मेला हिमाचल प्रदेश की लोक संस्कृति को सहेजने के लिए एक उदाहरण है। उन्होंने कहा कि लोक संस्कृति को बचाने के लिए इस तरह से मेले के आयोजन का होना बहुत ही जरूरी है। इस समारोह के अवसर पर मिंजर मेला आयोजन समिति ने मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए 10 लाख  रुपए का चैक मुख्यमंत्री को भेंट किया साथ ही अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ ने भी 25000 का चैक मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए दिया।


मैडीकल कालेज चम्बा में जल्द लगेगी सी.टी. स्कैन की मशीन
कार्यक्रम के अपने सम्बोधन के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि मेले हर जगह की संस्कृति को सहेजने का एक महत्वपूर्ण कार्य करते हैं। उन्होंने कहा कि मैंने चम्बा मिंजर मेले के बारे में बहुत सुना था कि यह मेला व्यापक स्तर पर मनाया जाता लेकिन  पहली बार मिंजर मेले में शामिल होकर यह सब देखने को मिला और यहां के आयोजन के लिए उन्होंने यहां के मेला समिति के आयोजकों को मुबारिकबाद दी। उन्होंने इस मौके पर ओड़ा पंचायत के बाड़ी गांव में एक सब सैंटर रठियार पंचायत के गांव गेट में डिस्पैंसरी व रिंडा पंचायत के मिडल स्कूल को अपग्रेड करने की घोषणा की। इसके साथ मुख्यमंत्री ने चम्बा मैडीकल कालेज में एक नई सिटी स्कैन मशीन लगवाने की भी घोषणा की। कार्यक्रम के बाद वह तुरंत दिल्ली के लिए रवाना हुए    हालांकि उन्होंने  हैलीकॉप्टर के जरिए चम्बा से दिल्ली जाना था लेकिन मौसम की खराबी के चलते उनका हैलीकॉप्टर पठानकोट में ही रोकना पड़ा और वह पठानकोट के लिए चम्बा से सड़क मार्ग से ही रवाना हुए।  

Kuldeep