CBI करे मेजर अनीता की मौत की जांच

Saturday, Jan 14, 2017 - 03:58 PM (IST)

चंबा: बीते माह जम्मू में चंबा की एक मेजर कुमारी अनीता द्वारा की गई आत्महत्या वास्तव में एक हत्या का मामला है। इस मामले की सच्चाई कहीं खुल कर सामने न आ जाए इसी के चलते इस मामले की जांच करने वाले स्थानीय सब इंस्पैक्टर का तबादला कर दिया गया, ऐसे में अब एक विधवा मां देश के लिए जान न्यौछावर करने का हौसला रखने वाली अपनी साहसी महिला सेना अधिकारी बेटी की मौत के पूरे मामले की जांच सी.बी.आई. से करवाने की मांग करती है ताकि उनकी महिला सेना अधिकारी बेटी की हत्या करने वाले सलाखों के पीछे पहुंच सकें, साथ ही हत्या करने के पीछे क्या उद्देश्य रहा इसका पता चल सके। यह बात निर्मला देवी पत्नी स्व. गुरदयाल सिंह निवासी गांव उदयपुर ने शुक्रवार को डी.सी. के माध्यम से राष्ट्रपति, रक्षा मंत्री, मुख्यमंत्री, जे.एंड के. की मुख्यमंत्री, राष्ट्रीय महिला आयोग दिल्ली को भेजे अपने मांग पत्र में कही है।


उनकी बेटी ने आत्महत्या नहीं की बल्कि हत्या हुई: निर्मला देवी
निर्मला देवी ने बताया कि जिन परिस्थितियों में उनकी बेटी का शव उसके घर में पड़ा हुआ मिला और जिस प्रकार से उसकी बेटी के सिर पर गोली लगी है उससे यह साफ पता चलता है कि उनकी बेटी ने आत्महत्या नहीं की है बल्कि उसकी हत्या हुई है। महिला ने यह भी कहा कि उसकी बेटी की हत्या के मामले की अगर सी.बी.आई. से जांच करवाई जाती है तो सेना के भीतर का कोई बड़ा भ्रष्टाचार से जुड़ा हुआ मामला सामने आ सकता है। उन्होंने कहा कि उसकी बेटी ने सेना अधिकारी रहते हुए चिकन घोटले का पर्दाफाश किया था, ऐसे में इसमें कोई दोराय नहीं है कि उसकी बेटी की हत्या का कारण वह रहा हो। इसके साथ ही उसकी बेटी के सरकारी आवास से मेजर अनूप का सूटकेस व सामान बरामद हुआ है तो साथ ही 14 दिसम्बर, 2016 को गेट पर रात को मेजर अनूप के हाथ से की गई एंट्री, सुसाइड नोट पर मेजर अनूप का जिकर, मेजर अनूप द्वारा पहले पति से तलाक करवाना, मेजर अनीता को मां बनने से रोकना और उसका गर्भपात करवाना।


सी.बी.आई. करे मेजर अनीता की मौत की जांच
यह सब वह प्रश्न हैं जोकि मेजर अनीता की मौत से जुड़े हुए हैं, ऐसे में जांच में मेजर अनूप को भी शामिल किया जाए। मेजर अनीता की मां ने अपने पत्र में यह भी कहा है कि उसकी बेटी के पति जिसके साथ अनीता का तलाक हो चुका है उससे भी पूछताछ करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हैरानी की बात है कि इस मामले की जांच करने वाले सब इंस्पैक्टर जावेद खान को तबादला जांच पूरी होने से पूर्व कर दिया गया, ऐसे में एक विधवा अपनी बेटी की हुई मौत से जुड़ी सच्चाई को सामने लाने के लिए इस पूरे मामले की सी.बी.आई. से जांच करवाने या फिर जांच अधिकारी जावेद खान का तबादला रद्द करने की मांग करती है।