हिमाचल के इस खास प्रोजेक्ट को लेकर दौरे पर आएगी केंद्रीय टीम

Tuesday, Sep 04, 2018 - 11:37 AM (IST)

शिमला (जय): प्रदेश के जलमार्गों पर पर्यावरण मित्र वाटर ट्रांसपोर्ट की गतिविधियां शुरू करने से पहले एक बार फिर से केंद्रीय टीम प्रदेश का दौरा करेगी। करीब 2 वर्ष से लंबित इस प्रोजैक्ट को सिरे चढ़ाने के लिए जल्द सरकार के आलाधिकारियों के साथ एक बार फिर चर्चा होगी। केंद्रीय टीम इसी माह 15 सितम्बर को प्रदेश का दौरा करेगी। 2 से 3 दिन तक इस संबंध में प्रदेश के अलग-अलग जिलों में यह टीम वाटर ट्रांसपोर्ट गतिविधियों का जायजा लेकर अंतिम निर्णय केंद्र सरकार को बताएगी। इस संबंध में सरकार की ओर से निदेशक परिवहन बलवीर चंद बडालिया व रविंद्र शर्मा ए.आर.टी.ओ. शिमला तथा नोडल अधिकारी वाटर ट्रांसपोर्ट प्रोजैक्ट को इस प्रोजैक्ट को सिरे चढ़ाने का जिम्मा सौंपा है। 

इससे पहले भारत सरकार ने इस प्रोजैक्ट को सिरे चढ़ाने के लिए पिछले साल टीम को हिमाचल भेजा था। इस टीम ने पहले ही प्रोजैक्ट की डी.पी.आर. तैयार कर राज्य और केंद्र सरकार को सौंप दी थी। इसके बाद प्रदेश में सरकार बदलने के बाद सूबे की जयराम सरकार ने इस लंबित प्रोजैक्ट को फिर से पूरा करने के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं। इनलैंड वाटर ट्रांसपोर्ट ऑफ इंडिया के माध्यम से प्रदेश में 3 स्थानों पर प्रोजैक्ट को लेकर सर्वे किया गया था। अब इस संबंध में जल्द प्रदेश सरकार के आलाधिकारियों के साथ बैठक कर आगे की रणनीति तैयार कर प्रोजैक्ट को सिरे चढ़ाया जाएगा।

इन जलमार्गों पर चलेंगे आधुनिक वोट व शिकारे
वाटर ट्रांसपोर्ट गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए कोल डैम, भाखड़ा, पौंग डैम एवं अन्य जलमार्गों पर आधुनिक वोट व शिकारे चलाने की योजना बनाई गई है। इसको लेकर अभी एक बार फिर से केंद्र की टीम के साथ बैठक का आयोजन किया जाएगा। इसको लेकर सरकार के साथ मिलकर तिथि तय की जाएगी। प्रदेश के एन.टी.पी.सी., कोल डैम, बी.बी.एम.बी., एन.एच.पी.सी., चमेरा डैम, सभी जिलों के जिलाधीशों एवं विभिन्न जलमार्गों पर वोट चलाने वाले वोट मालिकों व सरकार के अन्य अधिकारियों के साथ संयुक्त बैठक का आयोजन किया जाएगा। बैठक के बाद इस प्रोजैक्ट को सिरे चढ़ाकर इसे लोगों को समर्पित किया जाएगा।

वाटर ट्रांसपोर्ट से बढ़ेंगे पर्यटन व रोजगार के अवसर 
प्रदेश में वाटर ट्रांसपोर्ट के चलने से प्रदेश के हजारों-लाखों लोगों को आसान परिवहन सुविधा उपलब्ध होगी। वाटर ट्रांसपोर्ट गतिविधियों के बढ़ने से पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। इससे स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। 

Ekta